By एकता | Apr 28, 2024
कांग्रेस पार्टी के दिल्ली इकाई के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने रविवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। लोकसभा चुनाव के बीच लवली के इस्तीफे को कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी अपनी विपक्षी पार्टी पर हमलावर हो गयी है। भाजपा के कई बड़े नेताओं ने इस मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा है। आरपी सिंह, शहजाद पूनावाला, हर्षवर्द्धन और वीरेंद्र सचदेवा समेत कई बीजेपी नेताओं की इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया सामने आ चुकी है। वहीं, कांग्रेस की सहयोगी पार्टी आप की बात करें तो उन्होंने इस मुद्दे को पार्टी का आंतरिक मामला बताकर इसपर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री हर्षवर्द्धन ने इस मुद्दे पर ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा, 'ये तो होना ही था.... @INCIndia के लिए यह मूर्खता की पराकाष्ठा ही थी कि जिस आम आदमी पार्टी और @ArvindKejriwal का राजनीतिक जन्म ही कांग्रेस को गालियां देकर हुआ हो, आज सिर्फ मोदी जी से डरकर एकदूसरे को गले लगाने पर मजबूर हो चुके हैं। दिल्ली में कांग्रेस-आप का गठबंधन कभी अस्तित्व में था ही नहीं क्योंकि जमीनी कार्यकर्ता ने कभी इसे स्वीकारा ही नहीं था और मैं आज गारंटी के साथ कहता हूं कि 4 जून की दोपहर तक करारी हार के बाद यही ठगबंधन के नेता एकदूसरे को फिर से गालियां देना शुरू कर देंगे। @ArvinderLovely जी का जाना सिर्फ एक शुरुआत है। अभी तो ऐसे बहुत से जमीनी कार्यकरताओं की अंतरात्मा जागेगी।'
अरविंदर सिंह लवली के इस्तीफे के मुद्दे पर भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कहा, 'एक तरफ PM मोदी के नेतृत्व में मिशन और विजन वाली पार्टी और गठबंधन है और दूसरी तरफ एक ऐसा गठबंधन है जिसके भीतर ही विभाजन, असमंजस है और यह टुकड़े-टुकड़े पार्टी है। आज अरविंदर सिंह लवली ने स्थिति स्पष्ट कर दी है। इन्होंने दिल्ली से ऐसे प्रत्याशियों को उतारा जिनका न ही दिल्ली और न ही उनकी पार्टी से कोई वास्ता था, जिस आम आदमी पार्टी का जन्म कांग्रेस को खत्म करते हुए हुआ, जिनके साथ पंजाब में कुश्ती है उनके साथ दिल्ली में मोहब्बत है। इसे जनता समझ रही थी और अब कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेता भी इससे तंग आकर अपनी निराशा को बयान कर रहे हैं इसलिए इस गठबंधन में जम्मू कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक कलेश ही चलता है।'
दिल्ली प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि भ्रष्टाचारियों के INDI गठबंधन के तथाकथित प्रमुख दल कांग्रेस में ही आपसी सहमति नहीं है। जिस दल कांग्रेस में न लोकतंत्र है और न ही सेवा की सोच, उसमें मूल्यों को महत्त्व देने वाले व्यक्ति रह ही नहीं सकते। 6 दशक तक देश को लूटने वाली कांग्रेस अब अपने अंत की तरफ अग्रसर है।
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली के इस्तीफे पर भाजपा नेता आर.पी. सिंह ने कहा, 'कांग्रेस में सब ठीक-ठाक नहीं है। कांग्रेस में एक परिवार ही सब कुछ चलाना चाहता है और परिवार ही सब कुछ चलाना चाहता है, जिससे जमीनी नेता तंग हैं.... दिखाई देता है कि कल तक वे(कांग्रेस) जिन लोगों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते थे आज वे उन्हीं लोगों के साथ समझौता करके चुनाव लड़ रहे हैं। ये कैसे संभव है? साफ दिखाई दे रहा है कि वहां लोगों को घुटन हो रही है इसलिए वे इस्तीफा दे रहे हैं।'