By अनन्या मिश्रा | Mar 31, 2024
हिंदी सिनेमा की फेमस एक्ट्रेस मीना कुमारी एक ऐसी हस्ती थीं, जो फिल्मों में अपने किरदारों के कारण अमर हो गईं। मीना कुमारी को ट्रेजडी क्वीन भी कहा जाता है। वह अपनी फिल्मों के किरदार में इस कदर जान फूंकती थीं कि उनके किरदार जीवंत हो उठते थे। आज ही के दिन यानी की 31 मार्च को इंडस्ट्री की ट्रेजडी क्वीन यानी की मीना कुमारी की मृत्यु हो गई थी। मीना कुमारी ने अपने फिल्मी करियर में 'पाकीजा', 'बैजू बावरा' और 'साहेब बीवी और गुलाम' जैसी यादगार फिल्में की हैं। आइए जानते हैं उनकी डेथ एनिवर्सरी के मौके पर अभिनेत्री मीना कुमारी के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...
जन्म
मुंबई में 1 अगस्त 1993 में मीना कुमारी का जन्म हुआ था। उनके पिता का नाम अली बख्श था और वह मुस्लिम थे। वहीं मां बंगाली क्रिश्चिन थीं। माता-पिता ने मीना कुमारी का नाम महजबीन रखा था। मीना कुमारी के जन्म के समय उनके पिता एक बेटा चाहते थे। लेकिन बेटी के जन्म से वह बेहद दुखी हो गए और उनको एक अनाथालय के बाहर सीढ़ियों पर छोड़ दिया। हांलाकि बाद में जब पिता का मन पसीजा तो वह बेटी को अनाथालय से उठा लाए।
फिल्मी कॅरियर
घर की आर्थिक स्थिति ठीक ने होने के कारण महज 7 साल की उम्र से ही मीना कुमारी ने काम करना शुरू कर दिया था। उन्होंने सात साल की उम्र में 'फरजाद-ए हिंद' फिल्म से करियर की शुरूआत की। इसके बाद सनम, लाल हवेली, तमाशा और अन्नपूर्णा जैसी फिल्मों में नजर आईं। हांलाकि उन्हें असली पहचान फिल्म 'बैजू बावरा' से मिली। जिसने उनको रातों-रात शोहरत की बुलंदियों पर पहुंचा दिया। बैजू बावरा फिल्म साल 1952 में रिलीज हुई थी। इसके बाद मीना कुमारी को कभी पीछे मुड़कर देखने की जरूरत नहीं पड़ी।
फिल्मफेयर अवॉर्ड
मीना कुमारी की जोड़ी अभिनेता अशोक कुमार के साथ खूब जमी। दर्शकों ने दोनों की केमेस्ट्री को काफी ज्यादा पसंद किया। अशोक कुमार और मीना कुमारी ने एक साथ कई फिल्मों में काम किया, जो सुपरहिट साबित हुईं। वहीं उन्होंने अपनी फिल्मी कॅरियर में 4 बार फिल्मफेयर अवॉर्ड अपने नाम किया। लेकिन करियर की तरह ही मीना की पर्सनल लाइफ काफी ज्यादा उतार-चढ़ाव भरी रही।
मौत
पर्सनल लाइफ में उतार-चढ़ाव के बीच मीना कुमारी को धीरे-धीरे शराब पीने की लत लग गई। जिसके कारण वह गंभीर बीमारी का शिकार हो गईं। फिल्म 'पाकीजा' के रिलीज होने के बाद वह लिवर सिरोसिस बीमारी का शिकार हो गईं औऱ 31 मार्च 1972 को मीना कुमारी के दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया।