By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 27, 2017
जयपुर। भारत का म्यांमा और कम्बोडिया जैसे दक्षिण पूर्व के अपने पड़ोसी देशों के बीच जमीनी और समुद्री संपर्क मजबूत हो रहा है जिससे व्यापार को प्रोत्साहन मिलेगा। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज यहां भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित चौथे भारत-सीएलएमवी व्यापार सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही।
उन्होंने कहा कि भारतीय विनिर्माताओं के लिए कम्बोडिया, लाओस, म्यांमा और वियतनाम (सीएलएमवी) में काफी संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि सीएमएलवी के देश बंदरगाह, सड़क और वायु संपर्क में सुधार के लिए परियोजनाओं की रफ्तार बढ़ा रहे हैं। निर्मला ने संवाददाताओं से कहा कि भारत और म्यांमा बंगाल की खाड़ी (विशाखापट्टनम-कृष्णापट्टनम) तथा सितवे बंदरगाह (म्यांमा) को जोड़ने के लिए सहयोग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सितवे एक महत्वपूर्ण बंदरगाह है। यदि सितवे को बंगाल की खाड़ी, विशाखापट्टनम, कृष्णापट्टनम और साथ में दक्षिण चेन्नई से जोड़ा जाता है या आगे हल्दिया, पारादीप और धामरा से जोड़ा जाता है तो भारत से इन एसईए देशों को जाने वाला काफी व्यापार सितवे पहुंच सकता है और वहां से यह म्यांमा या सीएलएमवी देशों को जा सकता है। जमीनी संपर्क के बारे में उन्होंने कहा कि कलादान मल्टी मॉडल ट्रांजिट परिवहन परियोजना के काम में तेजी लाई गई है।