By अनन्या मिश्रा | Aug 29, 2024
उम्र बढ़ने के साथ हड्डियों की कमजोरी और हड्डी संबंधित विकारों का खतरा बढ़ने लगता है। आर्थराइटिस और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं की वजह से लोगों का उठना-चलना भी मुश्किल हो जाता है। हेल्थ एक्सपर्ट की मानें, तो लाइफस्टाइल में गड़बड़ी और आहार की गड़बड़ी ने इन खतरों को बढ़ा दिया है। हड्डियों की मजबूती बनी रहें, इसके लिए कम उम्र से ही प्रयास किया जाना चाहिए। आहार में कैल्शियम और विटामिन डी जैसे पोषक तत्वों से भरपूर चीजों को शामिल करना चाहिए। रोजाना नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए। जिससे हड्डियों के जोखिम को कम किया जा सके।
हेल्थ एक्सपर्ट की मानें, हड्डियों की अच्छी सेहत के लिए पौष्टिकता से भरपूर डाइट लेनी चाहिए। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि किन उपायों से आप 50 की उम्र में भी हड्डियों की मजबूती बनाए रख सकते हैं और इन उपायों से ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं का खतरा भी कम होगा।
जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट
बता दें कि 30 साल से कम उम्र के लोगों में भी पीठ और कमर दर्द की शिकायत देखने को मिल रही हैं। वहीं समय से पहले ही जोड़ों व गठिया की समस्या बढ़ रही है। इसका मुख्य कारण लंबे समय तक बैठना, लाइफस्टाइल में गड़बड़ी, फिजिकल एक्टिविटी न करना आदि है। इस तरह की समस्याओं से बचने के लिए कम उम्र से ही प्रयास करना बेहद जरूरी है। यदि आप शुरूआत से ही तीन बातों का ध्यान रखते हैं, तो 50 की उम्र में भी आपकी हड्डियों की मजबूती बनी रह सकती है।
शारीरिक निष्क्रियता
फिजिकल एक्टिविटी का कम होना और ज्यादा देर तक बैठे रहने की आदत क्रोनिक बीमारियों को बढ़ावा देती हैं। जिसके कारण हड्डियों संबंधित समस्या होने का भी खतरा बना रह सकता है। हमारे जोड़ों को चिकनाई और हेल्दी रहने के लिए गतिशीलता की जरूरत होती है। वहीं लंबे समय तक बैठे रहने से जोड़ों में अकड़न हो जाती है। जिससे गठिया जैसी बीमारियों का खतरा रहता है। इसलिए लंबे समय तक बैठे रहने से बचें और रोजाना एक्सरसाइज या योग आदि कर आप हड्डियों की समस्या से बच सकते हैं।
पौष्टिक आहार
पौष्टिक आहार हड्डियों से लेकर शरीर के सभी अंगों के लिए लाभकारी माना जाता है। हड्डियों के लिए कैल्शियम से बेहतर कुछ नहीं होता है। आपको डेयरी उत्पादों का सेवन करना चाहिए। हरी सब्जियों में विटामिन के पाया जाता है, ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या हो कम करने में मदद करता है। अपनी डाइट में विटामिन डी और नट्स वाली चीजों का भी सेवन करें। क्योंकि विटामिन डी के बिना कैल्शियम का अवशोषण नहीं होता है। ऐसे में कम उम्र से ही पौष्टिक आहार का सेवन कर आप हड्डियों की समस्या से बच सकते हैं।
धूम्रपान से बनाएं दूरी
बता दें कि सिगरेट में मौजूद निकोटीन हड्डियों को बनाने वाले ऑस्टियोब्लास्ट के उत्पादन को धीमा कर देता है। इससे हड्डियों का नेचुरल रूप से क्षरण होता है और नई हड्डियां नहीं बन पाती है। धूम्रपान करने से डाइट में कैल्शियम का अवशोषण कम हो जाता है। ऐसे में अगर आप चाहते हैं कि आपकी हड्डियां मजबूत रहें, तो धूम्रपान की आदत से तौबा करना चाहिए। धूम्रपान करने वाले लोगों में सबसे ज्यादा ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या देखी जाती है।