By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 20, 2018
नयी दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक में 11,400 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी मामले में अपनी चुप्पी तोड़ते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि बैंकिंग प्रणाली के साथ धोखाधड़ी करने वाले धोखेबाजों को सरकार पकड़कर रहेगी। पंजाब नेशनल बैंक और धोखाधड़ी के कथित साजिशकर्ता नीरव मोदी का नाम लिए बगैर कहा कि बैंकों का प्रबंधन तंत्र अपने दायित्वों को ठीक से नहीं निभाया है और कसूरवार की पहचान करने में विफल रहा है।
उन्होंने ऑडिटरों को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि उन्हें अपने आप से पूछना चाहिए कि वे अनियमिताओं को क्यों नहीं पकड़ पाते।साथ ही निगरानी करने वाली एजेंसियों से कहा कि उन्हें यह पता लगाने की जरुरत है कि अनियमिताओं को पकड़ने के लिए किस तरह की नयी प्रणालियों को अपनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि निगरानी एजेंसियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि छुटपुट मामलों को शुरू में ही पकड़ लिया जाए और उनकी पुनरावृत्ति ना हो।
उधर भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा कि उसने स्विफ्ट प्रणाली के दुरुपयोग की संभावना के बारे में बैंकों को अगस्त 2016 के बाद तीन बार चेतावनी दी थी। बैंकों में धोखाधड़ी की घटनाएं बढ़ने के कारणों का पता लगाने के लिए रिजर्व बैंक ने वाई. एच. मालेगांव की अध्यक्षता में समिति गठित की। समिति यह भी देखेगी कि बैंकों में गैर-निष्पादित आस्तियों के और उनके संबंध में किए गए पूंजी प्रावधानों के बीच अंतर बहुत ऊंचा क्यों है?