By अंकित सिंह | Sep 03, 2025
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हाल ही में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में संपन्न 'मतदाता अधिकार यात्रा' के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा उनकी माँ के खिलाफ की गई कथित अभद्र टिप्पणियों की निंदा करने के बाद राजनीतिक माहौल और गरमा गया है। प्रधानमंत्री की आलोचना का जवाब देते हुए, बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि माँ का सर्वत्र सम्मान होता है। वहीं, इस मुद्दे ने तूल पकड़ लिया है और भाजपा ने गुरुवार को इस मुद्दे पर 'बिहार बंद' का ऐलान किया है।
पटना में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए तेजस्वी ने कहा कि माँ तो माँ होती है, चाहे वह किसी की भी माँ हो। बेजुबानों की भी एक माँ होती है। किसी की माँ के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करना हमारे संस्कारों में नहीं है। तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री ने खुद रेवन्ना के लिए प्रचार किया था। उस समय 50 करोड़ रुपये की गर्लफ्रेंड वाली टिप्पणी की गई थी। उन्होंने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया और नीतीश कुमार के डीएनए पर भी सवाल उठाए।
राजद नेता ने आगे आरोप लगाया कि विधायकों समेत भाजपा नेताओं ने विधानसभा के अंदर उनके और उनकी माँ-बहनों के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। तेजस्वी ने आरोप लगाया, "यहाँ तक कि जिस व्यक्ति ने हमारी प्रवक्ता सारिका पासवान के बारे में अभद्र टिप्पणी की थी, उसे भी भाजपा ने पार्टी में शामिल करके पुरस्कृत किया। तब प्रधानमंत्री चुप क्यों थे? वे तब कहाँ थे? तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार और देश की जनता सब कुछ देख और समझ रही है और दिखावटी और मिलावटी राजनीति अब नहीं चलेगी।
तेजस्वी ने भाजपा पर जनता का समर्थन खोने के डर से बंद करवाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "सरकार के लोग बिहार बंद कर रहे हैं और जब प्रधानमंत्री आते हैं तो स्कूल अपने आप बंद हो जाते हैं। भाजपा इसलिए डरी हुई है क्योंकि जनता ने 'मतदाता अधिकार यात्रा' में हमें अपार समर्थन दिया है।"