By रेनू तिवारी | Sep 27, 2025
पाकिस्तान जब जब भारत से मूकी खाता है तो वह घुसपैठ जैसी नापाक हरकतें करता है और आतंकियों से मासूमों को मरवाता है। हमेशा से ही पाकिस्तान ऐसी ही कायर हरकतें करते हुए आया है। ऐसे में एक बार फिर से देश की सीमाएं हाई अलर्च पर है क्योंकि खबरें आ रही है कि पाकिस्तान एक बार फिर से बड़े घुसपैठ की प्लानिंग कर रहा है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के कश्मीर फ्रंटियर के महानिरीक्षक अशोक यादव ने शनिवार को कहा कि सीमा पार से आतंकवादी कश्मीर घाटी में घुसपैठ की फिराक में हैं, लेकिन सुरक्षा बल पूरी तरह सतर्क हैं और ऐसी किसी भी कोशिश को नाकाम करने के लिए तैयार हैं।
यादव ने यहां संवाददाताओं से कहा कि सर्दी की शुरुआत से पहले घाटी में आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिशें आमतौर पर तेज हो जाती हैं। उन्होंने कहा, “बर्फबारी से पहले हमेशा घुसपैठ की कोशिशें होती हैं। अभी लगभग दो महीने बाकी हैं और नवंबर तक घुसपैठ की आशंका बनी रहती है।
आतंकवादी इस अवधि में अधिक सक्रिय रहते हैं। लेकिन सुरक्षा बलों की सतर्कता के कारण घुसपैठ करना बहुत मुश्किल है।” उन्होंने बताया कि आतंकवादी नियंत्रण रेखा (एलओसी) के दूसरी ओर मौजूद हैं और घाटी में घुसपैठ करने के मौके की तलाश में हैं। बीएसएफ के अधिकारी ने कहा, “बांदीपोरा और कुपवाड़ा सेक्टरों में एलओसी के पार आतंकवादी सक्रिय हैं। वे घुसपैठ की प्रतीक्षा कर रहे हैं, लेकिन हमारी सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी है। कई बार वे खराब मौसम का इंतजार करते हैं, ताकि उसका फायदा उठा सकें।
घुसपैठ की कोशिशें होती रहती हैं और हम हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह सतर्क और तैयार हैं।” यादव ने कहा कि सेना और बीएसएफ नियंत्रण रेखा पर अत्याधुनिक निगरानी उपकरणों की मदद से कड़ी निगरानी बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा, “सेना के साथ मिलकर हम एलओसी पर पूरी मजबूती से नियंत्रण बनाए हुए हैं। इस वर्ष सुरक्षा बलों ने अब तक घुसपैठ की दो कोशिशों को नाकाम किया है। हमारे क्षेत्र में घुसपैठ करना बेहद कठिन है, क्योंकि हम पूरी सतर्कता से अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। हमारे पास नयी तकनीक व निगरानी के अत्याधुनिक संसाधन उपलब्ध हैं।