बंगाल के मुख्यमंत्री बनेंगे अभिषेक बनर्जी? TMC में बदलाव के लिए ममता को सौंपा प्रस्ताव

By अभिनय आकाश | Nov 08, 2024

राजनीति में चाचा और भतीजे के बीच कुर्सी की जंग कई बार देखी है। लेकिन पहली बार होगा कि जब बुआ की कुर्सी पर भतीजे के बैठने की चर्चा होने लगी है। क्या पश्चिम बंगाल में चीफ मिनिस्टर बदलने वाला है। ममता के बाद उनके भतीजे अभिषेक के बैठने को लेकर चर्चा क्यों होने लगी है। ममता की पार्टी के नेता कुणाल घोष का सोशल मीडिया पोस्ट की खूब चर्चा हो रही है। जिसमें उन्होंने लिखा कि मैं खुद राजनीति में सक्रिय हूं या नहीं, इस उभरते सितारे पर मेरी कड़ी नजर रहेगी। उम्र में छोटा है लेकिन जब तक मैं जमीनी स्तर पर सक्रिय हूं, वह मेरा नेता है। अभिषेक एक दिन पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री बनेंगे और तृणमूल कांग्रेस को एक नये युग में ले जाएंगे। तमाम अटकलों के बीच तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने संगठन के भीतर बड़े फेरबदल की सिफारिश की है, जिसमें लगभग 120 नगर पालिकाओं में नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, जहां पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनावों में खराब प्रदर्शन किया था। डायमंड हार्बर से सांसद अभिषेक बनर्जी ने उन दस जिलों में इकाई प्रमुखों को बदलने का भी सुझाव दिया जहां टीएमसी का प्रदर्शन उम्मीदों के मुताबिक नहीं था।

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अपनी चाची और पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी को सौंपी गई अपनी रिपोर्ट में, अभिषेक बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस में प्रदर्शन-आधारित फेरबदल का भी प्रस्ताव रखा, जिसका उद्देश्य इसकी प्रभावशीलता को मजबूत करना और चुनावी जवाबदेही में सुधार करना है। लोकसभा चुनाव में टीएमसी को 29 सीटें मिलीं, जबकि बीजेपी 12 सीटें हासिल करने में कामयाब रही। अपनी सिफारिशों के बारे में मीडिया से बात करते हुए, अभिषेक बनर्जी ने कहा, "मैंने विदेश जाने से पहले सभी नागरिक निकायों के प्रदर्शन और सिफारिशों के बारे में पार्टी अध्यक्ष (ममता बनर्जी) को एक रिपोर्ट भेजी थी। इन सिफारिशों को लागू करना उन पर निर्भर है।

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सूत्रों के मुताबिक, इस फेरबदल का मकसद 2026 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले संगठन में अधिक एकता और प्रभावशीलता सुनिश्चित करना है। नवंबर में होने वाले उपचुनावों के बाद बदलाव लागू होने की उम्मीद है। लोकसभा चुनाव के बाद के विश्लेषण से पता चला कि टीएमसी ने कुछ नगरपालिका क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया, जिसके बाद विभिन्न जिलों से गहन रिपोर्ट ली गई। उसके बाद, अभिषेक बनर्जी को क्षेत्रों में बड़े बदलावों का सुझाव देते हुए एक नई सूची तैयार करने का काम सौंपा गया।


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