वास्तु के मुताबिक रंगों का खास प्रभाव होता है जीवन पर

रीना बसंल । Dec 19 2016 1:32PM

यदि हम अपने आस-पास के रंगों को सही जगह पर नहीं रखेंगे तो हमारे जीवन पर रंगों का नकारात्मक असर भी पड़ सकता है। ब्रह्मांड ने हरेक तत्व के लिए खास दिशा में खास जगह का चयन किया है।

वह कौन सा दिन था, जब सिर्फ सस्ती की वजह से आप राशन खरीदने बाहर नहीं निकले। आपको समझ नहीं आ रहा था कि बिना किसी मेहनत वाला काम किए बिना आपको इतनी थकान क्यों महसूस हो रही है? वह कौन सा समय था, जब आप यह समझ नहीं पा रहे थे कि आपका मन पढ़ने में क्यों नहीं लग रहा था? ऐसा कितनी बार हुआ जब आपका मन किया कि आप घर के सारे पेंडिंग काम घर पर कर लेंगे, लेकिन तैयार होने के बावजूद भी आप उन कामों को नहीं कर पाए? याद कीजिए कि वह कौन सा दिन था, जब आप आपने अपनी मनपसंद डिश या टीवी शो को सिर्फ इसलिए इंज्वाय नहीं किया, क्योंकि आपको लगा कि आपका मूड ठीक नहीं है।

यह विश्वास करना थोड़ा मुश्किल है कि ऊपर दी गई सारी परिस्थितियों के अलावा ऐसी अन्य कई परिस्थितियों की वजह वह एनर्जी हो सकती है जो हमारे आस-पास उपस्थित रंगों से निकलती है। जी हां, आपके मूड के उतार-चढ़ाव का कारण आपके इर्द-गिर्द उपस्थित रंग ही है। चाहे कपड़ों का बात हो, इंटीरियर की हो या फिर प्राकृतिक रंगों की हो। रंग आपके खराब मूड को अच्छे से बदलने की अपार क्षमता रखते हैं। भ्रम की स्थिति से जागृत अवस्था की ओर ले जाते हैं, डर को आत्मविश्वास में बदल सकते हैं। किसी खास रंग से हम कुछ खास कारणों की वजह से प्रभावित होते हैं, जैसे किसी विशेष रंग के लिए हमारे शरीर की आवश्यकता, किसी रंग के प्रति दुखी या अच्छी याद का जुड़ा होना।

हर व्यक्ति की अपनी पसंद होती है। और वह अपनी पसंद के रंग का चयन करता है। कुछ सिद्धांत सभी रंगों पर लागू होते हैं। जिस तरह इस दुनिया में सारी चीजें पांच मूल तत्वों से बनी हैं ठीक उसी तरह सारे, रंग इन्हीं पांच तत्वों के रंगों के शेड्स है। यह जानकर आपको आश्चर्य होगा कि रंगों से निकली एनर्जी किसी भी व्यक्ति के जीवन को बना या बिगाड़ सकने की क्षमता रखती है। आप बहुत अच्छे से समझ सकते हैं कि बिना रंगों के आपकी जिंदगी कितनी बेजान और उदास हो जायेगी। यदि हम अपने आस-पास के रंगों को सही जगह पर नहीं रखेंगे तो हमारे जीवन पर रंगों का नकारात्मक असर भी पड़ सकता है। ब्रह्मांड ने हरेक तत्व के लिए खास दिशा में खास जगह का चयन किया है। रंग भी इन्हीं में शामिल हैं। जब हर रंग अपनी सही जगह पर होगा तो इनमें से सकारात्मक खुशहाली और समृद्धि से भरी एनर्जी निकलेगी। जो सबके लिए जीवन में खुशियां लायेगी।

उदाहरण के लिए- हरे और पीले रंग के शेड्स शांत और स्वस्थ जीवन के लिए जरूरी हैं। जब पूर्व दिशा में हरे रंग के इस्तेमाल के साथ पीले रंग का प्रयोग दक्षिण-पश्चिम दिशा में किया जाए तो ये रंग परिवार और दोस्तों के बीच खुशहाली को बढ़ावा देते हैं और अकेलेपन तथा डिप्रेशन को दूर करते हैं। 

रीना बसंल

वास्तु विशेषज्ञ, न्यूमरोलॉजिट।

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