'दिल देके देखो' जैसे गानों की संगीतकार ऊषा खन्ना को मिला लता मंगेशकर पुरस्कार
जानी मानी संगीतकार ऊषा खन्ना को महाराष्ट्र सरकार की ओर दिए जाने वाले ‘लता मंगेशकर पुरस्कार’ के लिए चुना गया है। राज्य के संस्कृति मंत्री विनोद तावड़े ने बुधवार को यहां घोषणा की कि वर्ष 2019-20 का यह पुरस्कार ऊषा खन्ना को दिया जाएगा। इस पुरस्कार की शुरुआत 1993 में की गई थी।
मुंबई। जानी मानी संगीतकार ऊषा खन्ना को महाराष्ट्र सरकार की ओर दिए जाने वाले ‘लता मंगेशकर पुरस्कार’ के लिए चुना गया है। राज्य के संस्कृति मंत्री विनोद तावड़े ने बुधवार को यहां घोषणा की कि वर्ष 2019-20 का यह पुरस्कार ऊषा खन्ना को दिया जाएगा। इस पुरस्कार की शुरुआत 1993 में की गई थी। यह पुरस्कार संगीत के क्षेत्र में योगदान के लिए दिया जाता है। इस पुरस्कार के विजेता को पांच लाख रुपए नकद, एक प्रशस्ति पत्र और एक स्मृति चिह्न दिया जाता है।
Veteran music director Usha Khanna conferred "Lata Mangeshkar Award" for the year 2019-20; the award, named after the legendary singer, consists of Rs 5,00,000 cash, a citation and a memento. pic.twitter.com/bO5VAjnJzi
— All India Radio News (@airnewsalerts) September 12, 2019
78 वर्षीय खन्ना भारतीय फिल्म जगत की उन चुनिंदा महिला संगीतकारों में शामिल हैं जिन्होंने पुरुषों के प्रभुत्व वाले क्षेत्र में अपनी जगह बनाई। ऊषा खन्ना ने अपने शानदार करियर की शुरुआत 1959 में ‘दिल देके देखो’ फिल्म से की थी, जिसका संगीत बहुत सफल हुआ था। उन्होंने ‘दिल देके देखो’, ‘छोड़ो कल की बातें’, ‘हम तुमसे जुदा होके, मर जाएंगे रो रोके, ‘जिसके लिए सबको छोड़ा’ जैसे यादगार गीत दिए। उन्होंने ‘शबनम’, ‘बादल’, ‘हनीमून’, ‘दो खिलाड़ी’, ‘साजन बिना सुहागन’, ‘बिन फेरे हम तेरे’, ‘दादा’ और ‘गोपीचंद जासूस’ समेत कई फिल्मों के लिए संगीत दिया। संगीतकार के रूप में उनकी आखिरी फिल्म ‘दिल परदेसी हो गया’ (2003) थी। उन्होंने हिंदी टीवी धारावाहिकों के लिए भी संगीत दिया।
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