फिल्म के विचार के लिये लोगों का अवलोकन करता हूं : दिलजीत दोसांझ
दिलजीत दोसांझ ने बताया, ‘‘मैं बड़े गौर से लोगों का अवलोकन करता हूं। मुझे उनका अवलोकन करना पसंद है। मेरा मानना है कि हर शख्स के पास कहानी होती है। जिस तरह से वे बात करते हैं, अपने विचार रखते हैं, उनकी सोच और भाव-भंगिमा से ये कहानियां निकलकर आती हैं।
मुंबई। अभिनेता गायक दिलजीत दोसांझ का कहना है कि वह बड़े गौर से लोगों की भाव-भंगिमाओं, उनके विचारों का अवलोकन करते हैं क्योंकि उनका मानना है कि हर शख्स के पास बताने के लिये कोई न कोई कहानी जरूर होती है, जो किसी फिल्म का आइडिया हो सकती है। अभिनेता की अगली पंजाबी फिल्म ‘शदा’ है। उनका कहना है कि अपने इसी स्वभाव की वजह से उन्हें कुछ कहानियों के विचार तलाशने में मदद मिली।
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दिलजीत दोसांझ ने बताया, ‘‘मैं बड़े गौर से लोगों का अवलोकन करता हूं। मुझे उनका अवलोकन करना पसंद है। मेरा मानना है कि हर शख्स के पास कहानी होती है। जिस तरह से वे बात करते हैं, अपने विचार रखते हैं, उनकी सोच और भाव-भंगिमा से ये कहानियां निकलकर आती हैं। ऐसा कर मैंने फिल्मों के लिये कुछ विचार तलाशे हैं।’’
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अभिनेता ने कहा कि उन्हें ‘शदा’ का शुरुआती ख्याल आया था, फिल्म की कहानी एक ऐसे शख्स के इर्द-गिर्द घूमती है जो शादी की उम्र गुजर जाने के बावजूद अपने लिये दुल्हन तलाशता है। इस फिल्म का निर्देशन दिलजीत के दोस्त जगदीप ने किया है।
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