राष्ट्रीय पुरस्कार के प्रति निराशा निजी भावना: हंसल मेहता
फिल्म निर्माता हंसल मेहता का कहना है कि ‘अलीगढ़’ को राष्ट्रीय पुरस्कार नहीं मिलने से वह निराश हैं लेकिन यह उनकी निजी भावना है और किसी खास व्यक्ति के प्रति नहीं है।
मुंबई। फिल्म निर्माता हंसल मेहता का कहना है कि ‘अलीगढ़’ को राष्ट्रीय पुरस्कार नहीं मिलने से वह निराश हैं लेकिन यह उनकी निजी भावना है और किसी खास व्यक्ति के प्रति नहीं है। मेहता ने अपनी फिल्म को कोई पुरस्कार नहीं मिलने पर ट्वीटर पर अपनी निराशा जताई थी। इसका कुछ वर्गों ने आलोचना की थी। ऐसे लोगों का मानना था कि निर्देशक को ऐसी बात ऑनलाइन नहीं पोस्ट करनी चाहिए थी।मेहता ने स्पष्ट किया कि वह किसी की शिकायत नहीं कर रहे थे। उनके निर्देशन में बनी फिल्म ‘शाहिद’ को 2014 में राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘जब मैंने राष्ट्रीय पुरस्कार के प्रति निराशा जताई थी तो यह व्यक्तिगत थी और किसी व्यक्ति के प्रति नहीं थी। मुझे विश्वास है कि ज्यूरी ने अपने समझ और खांचे के अन्तर्गत बेहतर निर्णय लिया होगा।’’ उन्होंने कहा कि जिस साल शाहिद ने दो राष्ट्रीय पुरस्कार जीता उस साल नियुक्त जूरी ने लंचबॉक्स पर ध्यान नहीं दिया था, उसी तरह ‘अलीगढ़’ उस खांचे में उपयुक्त नहीं बैठा होगा।
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