कश्मीर के आम लोगों की कहानी बयां करती है फिल्म ‘स्टोंस एंड वुंड्स’
लघु फिल्म ‘स्टोन एंड वुंड्स’ ने कश्मीर के आम लोगों की कहानी बयां करने के लिए वहां होने वाली पथराव की घटनाओं को आधार बनाया है। फिल्म के सह निर्देशक आदित्य राज सोमानी के मुताबिक ये लोग दो विचारधाराओं के बीच फंसे हुए हैं।
नयी दिल्ली। लघु फिल्म ‘स्टोन एंड वुंड्स’ ने कश्मीर के आम लोगों की कहानी बयां करने के लिए वहां होने वाली पथराव की घटनाओं को आधार बनाया है। फिल्म के सह निर्देशक आदित्य राज सोमानी के मुताबिक ये लोग दो विचारधाराओं के बीच फंसे हुए हैं। हेराफेरी फिल्म्स प्रोडक्शन हाउस चलाने वाले सोमानी ने सचिन माल्वी के साथ इस फिल्म का सह निर्देशन किया है।सोमानी ने कहा कि वैसे तो यह फिल्म महज 15 मिनट की है लेकिन उन्होंने इस राज्य की असली तस्वीर पेश करने के लिए हर संवाद और दृश्य बहुत बारीकी से तैयार किये हैं।
उन्होंने पीटीआई से कहा, ‘‘यह फिल्म पथराव की घटना के बारे में नहीं है, या उस बारे में कोई रुख नहीं अपनाती है। बल्कि, यह कश्मीरियों की मानसकिता को जानने के लिए पथराव की घटनाओं को आधार बनाती है। उन्होंने कहा, ‘‘यह (फिल्म) दो चरमपंथी विचारधाराओं के बीच फंसे आम लोगों की त्रासदी समाने लाने के लिए उन्हें भारतीय राष्ट्रवादियों और कश्मीरी अलगाववादियों से अलग रखती है।’’फिल्म की कहानी एक कश्मीरी लड़की के इर्द गिर्द घूमती है, जो मेडिकल साइंस में अपना करियर बनाना चाहती है।
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