थिएटरों में दर्शकों को खींचने के लिए कहानी पर निर्भर रहना होगा- तापसी पन्नू
तापसी ने पीटीआई को दिए एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘मैं ऐसी इंसान हूं जिसके बारे में लोग मेरी फिल्मों के जरिए धीरे-धीरे एक छवि बनाने की कोशिश कर रहे हैं। मैं धीरे-धीरे दर्शकों का विश्वास हासिल करने की कोशिश कर रही हूं।
मुंबई। अभिनेत्री तापसी पन्नू अपने काम की ओर दर्शकों का ध्यान खींचने के लिए कहानी को अहम मानती हैं। उन्होंने कहा कि वह इतनी बड़ी स्टार नहीं है कि दर्शक उनके नाम से ही थिएटरों में उमड़ पड़ें। तापसी की फिल्म चाहे ‘‘नाम शबाना’’ हो, ‘‘पिंक’’, ‘‘मुल्क’’ या हाल में रिलीज ‘‘बदला’’ हो, इनके संवादों ने इन फिल्मों को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई। अभिनेत्री ने कहा कि दर्शकों से मिली सकारात्मक प्रतिक्रिया ने एक कलाकार के तौर पर उनके आत्मविश्वास को मजबूत किया।
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तापसी ने पीटीआई को दिए एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘मैं ऐसी इंसान हूं जिसके बारे में लोग मेरी फिल्मों के जरिए धीरे-धीरे एक छवि बनाने की कोशिश कर रहे हैं। मैं धीरे-धीरे दर्शकों का विश्वास हासिल करने की कोशिश कर रही हूं। जिस दिन विश्वास हासिल कर लूंगी तो मैं उम्मीद कर सकती हूं कि मेरी फिल्में रिलीज से पहले भी चर्चा में आएंगी।
यहां देखें बदला फिल्म रिव्यू-
फिलहाल तो मुझे कहानी पर निर्भर रहना होगा।’’ उनके अनुसार, दर्शक महिला केंद्रित फिल्मों का स्वागत कर रहे हैं और यह बॉलीवुड की हीरोइन बनने का अच्छा वक्त है। वह मानती हैं कि दर्शकों का ध्यान आकर्षित करने में उनकी फिल्मों के संवादों की भी बड़ी भूमिका रही है।
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