कृत्रिम मेधा से देश में रोजगार में कमी नहीं आएगी: बिबेक देबराय
प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) के चेयरमैन बिबेक देबराय ने कहा कि कृत्रिम मेधा ( आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ) से देश में कुल मिलाकर रोजगार में कमी नहीं होगी।
नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) के चेयरमैन बिबेक देबराय ने कहा कि कृत्रिम मेधा ( आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ) से देश में कुल मिलाकर रोजगार में कमी नहीं होगी। देबराय की यह टिप्पणी ऐसे समय आयी है जब रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन समेत कई विशेषज्ञों ने यह आशंका जतायी है कि कृत्रिम समझ से अधिक कुशल तथा अकुशल कामगारों दोनों की नौकरियां जाएंगी।
ब्रुकिंग इंडिया के एक सेमिनार में उन्होंने कहा, ‘हमेशा रोजगार में कुछ-न-कुछ कमी होगी लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि कुल मिलाकर रोजगार घटेगा।’ देबराय ने कहा कि कृत्रिम समझ को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं है। इसके बजाए देश को मानव विकास तथा कौशल विकास पर ध्यान देना चाहिए। देश में रोजगार की स्थिति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भारत श्रम के मामले में अपेक्षाकृत अधिक समृद्ध है और कम-से-कम 2035 तक देश बुजुर्ग नहीं होने जा रहा।
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