ऑस्ट्रेलिया ने WTO से की चीन की शिकायत, कहा आर्थिक जबरदस्ती के लिए चीन को मिले सजा

Australia

ब्रिटेन में जी-7 देशों की बैठक से पहले ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने स्कॉट मॉरिसन ने बुधवार को कहा कि विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) को चीन को ‘‘बुरे बर्ताव’’ के लिए दंडित करना चाहिए।

कैनबरा। ब्रिटेन में जी-7 देशों की बैठक से पहले ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने स्कॉट मॉरिसन ने बुधवार को कहा कि विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) को चीन को ‘‘बुरे बर्ताव’’ के लिए दंडित करना चाहिए। मॉरिसन को उम्मीद है कि चीन के साथ व्यापार विवाद में जी-7 देशों के नेताओं से उन्हें समर्थन मिलेगा। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया विश्व व्यापार संगठन की भूमिका को मजबूत करने और जरूरी होने पर अपनी नियम पुस्तिका को आधुनिक बनाने के लिए दूसरे देशों के साथ मिलकर काम करेगा।

इसे भी पढ़ें: एनएलसी इंडिया ने वाणिज्यिक पत्र जारी कर 500 करोड़ रुपये जुटाए

ऑस्ट्रेलिया ने दिसंबर में कहा था कि वह डब्ल्यूटीओ से जौ को लेकर चीन के साथ अपने विवाद में हस्तक्षेप करने के लिए कहेगा और उम्मीद जताई थी कि दूसरे देश भी इस मामले में उसका साथ देंगे। चीन ने मई 2020 में जौ की फसल पर 80 प्रतिशत से अधिक टैरिफ लगाकर ऑस्ट्रेलियाई जौ के आयात को प्रभावी ढंग से खत्म कर दिया था।

इसे भी पढ़ें: पश्चिम बंगाल में मची उथल-पुथल को लेकर शुभेन्दु अधिकारी ने पीएम नरेंद्र मोदी से की मुलाकात

उसका आरोप है कि ऑस्ट्रेलिया जौ उत्पादन को सब्सिडी देकर और उत्पादन लागत से कम कीमत पर चीन को बेचकर डब्ल्यूटीओ नियमों का उल्लंघन कर रहा है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़