बैंक धोखाधड़ी मामले में डायमंड पावर के 3 प्रमोटर राजस्थान से पकड़े गए
सीबीआई और गुजरात आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने वडोदरा की कंपनी डायमंड पावर इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (डीपीआईएल) के तीन प्रोमोटरों को बैंकों के समूह से 2,654 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
अहमदाबाद। सीबीआई और गुजरात आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने वडोदरा की कंपनी डायमंड पावर इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (डीपीआईएल) के तीन प्रोमोटरों को बैंकों के समूह से 2,654 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने आज बताया कि तीन प्रोमोटरों एस एन भटनागर और उनके बेटों अमित और सुमित को कल रात उदयपुर के एक होटल से गिरफ्तार किया गया। डीपीआईएल बिजली की केबलों और अन्य इलेक्ट्रिकल उपकरणों का निर्माण करती है।
एटीएस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘सीबीआई ने भटनागर तिकड़ी को पकड़ने में हमारी मदद मांगी थी। उनके होटल में छिपे होने की खुफिया सूचना के आधार पर गुजरात एटीएस और सीबीआई के संयुक्त दल ने पिछली रात राजस्थान के उदयपुर में छापा मारा और उन्हें पकड़ लिया।’ सीबीआई ने दो सप्ताह पहले प्रोमोटरों के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आयकर विभाग ने वडोदरा में डीपीआईएल की संपत्तियों पर छापे मारे थे लेकिन भटनागर उनकी पहुंचे से बाहर थे।
सीबीआई के अनुसार, डीपीआईएल ने 11 बैंकों के समूह ( सरकारी और निजी दोनों ) से 2008 में धोखाधड़ी करके ऋण सुविधाएं ली थी जिससे 29 जून 2016 तक उस पर 2,654.40 करोड़ रुपये का कर्ज हो गया था। उसने 2016-17 में खुद को गैर निष्पादित आस्ति घोषित किया था।
अन्य न्यूज़