बिग बास्केट को अगले वित्त वर्ष में निजी उत्पादों से 40 प्रतिशत आय की उम्मीद
रोजमर्रा के घरेलू उपयोग के सामान (ग्रॉसरी) की ऑनलाइन डिलीवरी करने वाली कंपनी बिग बास्केट अगले वित्त वर्ष तक अपनी 40 प्रतिशत आय निजी लेबल के उत्पादों से करने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
मुंबई। रोजमर्रा के घरेलू उपयोग के सामान (ग्रॉसरी) की ऑनलाइन डिलीवरी करने वाली कंपनी बिग बास्केट अगले वित्त वर्ष तक अपनी 40 प्रतिशत आय निजी लेबल के उत्पादों से करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। कंपनी की योजना अगले वित्त वर्ष तक एक अरब डॉलर की कंपनी बनने की है। बिग बास्केट के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरि मेनन पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘अभी हमारे कारोबार में निजी लेबल के उत्पादों की हिस्सेदारी करीब 34 प्रतिशत है। हमारी योजना इसे एक साल में 40 प्रतिशत करने की है। हमारी आय में सब्जी-फल और दालों-अनाजों के अलावा अन्य चीजों से होने वाले कारोबार में भी छह प्रतिशत की क्रमिक वृद्धि देखी गई है।’’
चीन की अलीबाबा से वित्त पोषित बिगबास्केट की योजना चालू वित्त वर्ष में 3,500 करोड़ रुपये की बिक्री की है। पिछले वित्त वर्ष में कंपनी ने 2,000 करोड़ रुपये की बिक्री की थी। कंपनी की योजना अगले कुछ महीनों में 20 करोड़ डॉलर का कोष जुटाने की है।
मेनन ने बताया कि अगले कुछ दिनों में कंपनी सौंदर्य प्रसाधन श्रेणी में भी कारोबार शुरू करने जा रही है। हम आयातित सामान भी उपलब्ध कराएंगे। कंपनी अभी 25 शहरों में अपनी सेवाएं दे रही है। जल्द ही कोच्चि में वह अपनी सेवा शुरू करेगी।
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