सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का घाटा तीन गुना बढ़कर 2,114 करोड़ रुपये

Central Bank''s Q4 net loss widens over 3-fold to Rs 2,114 cr
[email protected] । May 19 2018 8:29AM

सार्वजनिक क्षेत्र के सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का मार्च में समाप्त चौथी तिमाही में घाटा तीन गुना बढ़कर 2,114 करोड़ रुपये हो गया। इसकी अहम वजह फंसे कर्ज के लिए राशि का प्रावधान बढ़ाया जाना है

नयी दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का मार्च में समाप्त चौथी तिमाही में घाटा तीन गुना बढ़कर 2,114 करोड़ रुपये हो गया। इसकी अहम वजह फंसे कर्ज के लिए राशि का प्रावधान बढ़ाया जाना है। वित्त वर्ष 2016-17 की जनवरी-मार्च तिमाही में बैंक का घाटा 592 करोड़ रुपये था। समीक्षावधि में बैंक की कुल आय 6,301.50 करोड़ रुपये रही जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 7,121.05 करोड़ रुपये थी।

बैंक ने एक बयान में जानकारी दी कि पूरे वित्त वर्ष में उसका घाटा 5,105 करोड़ रुपये रहा है जो इससे पिछले वित्त वर्ष 2016-17 में 2,439 करोड़ रुपये था। पूरे वर्ष में बैंक की कुल आय भी घटी है और यह 26,659 करोड़ रुपये रही है। 2016-17 में उसकी कुल आय 27,537 करोड़ रुपये थी। इस दौरान बैंक को ब्याज से 6,517 करोड़ रुपये की शुद्ध आय हुई जो 2016-17 में 6,574 करोड़ रुपये थी।

आलोच्यवधि में बैंक की सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) उसके सकल ऋण का 21.48% रही जो 2016-17 में 17.81% थीं। बैंक का शुद्ध एनपीए उसके शुद्ध ऋण का 11.10% रहा है जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 10.20% था। बैंक ने 25 जनवरी 2018 को विशेष वसूली अभियान की शुरूआत की थी। इसके तहत छोटे एनपीए खातों से उसने अब तक 1,403 करोड़ रुपये जुटाए हैं।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़