ग्रामीण मांग में गिरावट से 2019 में FMCG क्षेत्र में रहेगी सुस्ती: निलसन
देश में मांग कमजोर पड़ने से 2019 में रोजमर्रा के उपभोग की वस्तुओं (एफएमसीजी) के क्षेत्र में सुस्ती रहने की उम्मीद है। वर्ष के दौरान एफएमसी जी क्षेत्र की वृद्धि करीब 9-10 प्रतिशत रह सकती है। एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है।
नयी दिल्ली। देश में मांग कमजोर पड़ने से 2019 में रोजमर्रा के उपभोग की वस्तुओं (एफएमसीजी) के क्षेत्र में सुस्ती रहने की उम्मीद है। वर्ष के दौरान एफएमसी जी क्षेत्र की वृद्धि करीब 9-10 प्रतिशत रह सकती है। एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है। डेटा एनालिटिक्स फर्म निलसन ने कहा है कि एफएमसीजी क्षेत्र की वृद्धि दर 2019 की पहली छमाही में करीब 12 प्रतिशत रही। यह पहले के 13-14 प्रतिशत के अनुमान से कम है।
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फर्म ने ' इंडिया एफएमसीजी ग्रोथ स्नैपशॉट ' नामक रिपोर्ट में कहा है कि प्रमुख कारकों के विश्लेषण के आधार पर 2019 में देश के एफएमसीजी क्षेत्र की वृद्धि दर को संशोधित करके 9-10 प्रतिशत किया गया है। "साल 2018 में एफएमसीजी क्षेत्र की वृद्धि दर 14 प्रतिशत थी। एफएमसीजी उत्पादों का देश में 4.20 लाख करोड़ रुपये का बिक्री कारोबार है। रिपोर्ट के मुताबिक, ग्रामीण बिक्री से मांग पर प्रभाव पड़ा है। इसकी कुल एफएमसीजी बिक्री में करीब 36-37 प्रतिशत हिस्सेदारी है। निलसन इंडिया के कार्यकारी निदेशक क्लाइंड सॉल्यूशंस सुनील खियानी ने कहा कि ग्रामीण बिक्री में, एफएमसीजी पर 60 खर्च खाद्य पदार्थों पर होता है। इसमें नाश्ते का सामान और बिस्कुट शामिल हैं।
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