रत्न एवं हीरों पर सीमाशुल्क बढ़ाने से आभूषण निर्यात होगा प्रभावित: GJEPC
रत्न एवं आभूषण क्षेत्र के संगठन जीजेईपीसी ने बुधवार को कहा कि सरकार द्वारा हीरा और रंगीन रत्नों पर सीमाशुल्क वृद्धि से आभूषण निर्यातकों पर असर पड़ेगा।
मुंबई। रत्न एवं आभूषण क्षेत्र के संगठन जीजेईपीसी ने बुधवार को कहा कि सरकार द्वारा हीरा और रंगीन रत्नों पर सीमाशुल्क वृद्धि से आभूषण निर्यातकों पर असर पड़ेगा। हालांकि, आभूषण पर शुल्क को 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 फीसदी किया जाना उद्योग के लिहाज से अच्छा कदम है।
चालू खाता घाटा को कम करने के लिए सरकार ने बुधवार को तराशे और पालिश किए गए, अर्द्ध -प्रसंस्कृत और प्रयोगशाला में बनाए गए हीरों और रंगीन रत्नों पर आयात शुल्क पांच से बढ़ाकर 7.5 प्रतिशत कर दिया है।
रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी) के उपाध्यक्ष कोलिन शाह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “आभूषण पर सीमाशुल्क में वृद्धि उद्योग के लिए अच्छी है। हालांकि, हीरे पर शुल्क बढ़ाये जाने से निर्यातक प्रभावित होंगे।”उन्होंने कहा कि पांच प्रतिशत शुल्क ही ज्यादा था अब उसे और बढ़ाये जाने से प्रभाव पड़ेगा क्योंकि कारोबार लागत बढ़ जाएगी।
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