गडकरी ने MP में 3,580 करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाओं का किया शिलान्यास
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज मध्य प्रदेश में 3,580 करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास किया।
गुना (मध्य प्रदेश)। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज मध्य प्रदेश में 3,580 करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास किया। मंत्री ने कहा कि जयपुर से गुजरने वाले दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे और भोपाल एक्सप्रेसवे तथा चंबल एक्सप्रेसवे का काम जल्द शुरू होगा। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। गडकरी ने यहां इन परियोजनाओं का शुभारंभ करते हुए कहा, ‘‘मेरे मंत्रालय तथा राज्य ने 5,000 करोड़ रुपये की 13,000 किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया है।’’ मंत्री ने 226 किलोमीटर की पांच राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का भी शिलान्यास किया। इन पर 3,583 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने दिल्ली-मुम्बई, भोपाल-इन्दौर और चंबल एक्सप्रेस वे मंजूरी की घोषणा की
केन्द्रीय भूतल एवं परिवहन मंत्री नीतिन गडकरी ने आज यहां दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस वे, चंबल एक्सप्रेस वे तथा भोपाल-इन्दौर नया एक्सप्रेस वे बनाने की घोषणा करते हुए कहा कि प्रदेश में पहले कांग्रेस के राज में ठेकेदार काम नहीं करना चाहते थे, लेकिन अब माहौल बदल गया है। विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्गों का उद्घाटन एवं शिलान्यास करने आये गडकरी ने मध्यप्रदेश में चंबल एक्सप्रेस वे, भोपाल से इन्दौर के बीच नये एक्सप्रेस वे और दिल्ली मुम्बई एक्सप्रेस हाईवे के मंजूरी की घोषणा की।
उन्होंने बताया, ‘‘दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस हाईवे जयपुर होकर बनाया जायेगा। वहीं शेष दोनों एक्सप्रेस वे प्रदेश सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण होते ही बनाये जायेगें।’’ गडकरी ने कहा, ‘‘कांग्रेस के राज में मध्यप्रदेश में ठेकेदार काम नहीं करना चाहते थे, लेकिन अब माहौल बदल गया है। केन्द्र और प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में 13,000 किलोमीटर से अधिक लम्बी लड़कें बनाई जा चुकी हैं, वहीं 5,000 करोड़ रुपये के सड़क क्षेत्र के कार्य आरंभ किये जा रहे हैं।
देश में सड़क क्षेत्र में 10 लाख करोड़ रुपये के काम हो चुके हैं जबकि 15 लाख करोड़ रुपये के कार्य और किये जाने हैं।’’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश में जो कार्य केन्द्रीय मंत्री रहते कमलनाथ व ज्योतिरादित्य सिंधिया न करा सके, वह अब हो रहे हैं। इसी विकास के चलते इन दोनों को मुझसे हिसाब मांगने का कोई हक नहीं बनता है।
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