Essar Steel के लिये आर्सेलर मित्तल की बोली खारिज करने NCLT पहुंची GAIL

gail-to-nclt-to-reject-arcelormittal-s-bid-for-essar-steel
[email protected] । Nov 19 2018 3:07PM

सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी गेल इंडिया और गुजरात की गुजरात एनर्जी ट्रांसमिशन कारपोरेशन (गेटको) ने एस्सार स्टील के अधिग्रहण के लिये आर्सेलर मित्तल की योजना को खारिज करने की मांग के साथ राष्ट्रीय कंपनी विधि

अहमदाबाद। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी गेल इंडिया और गुजरात की गुजरात एनर्जी ट्रांसमिशन कारपोरेशन (गेटको) ने एस्सार स्टील के अधिग्रहण के लिये आर्सेलर मित्तल की योजना को खारिज करने की मांग के साथ राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) का दरवाजा खटखटाया है। इन दोनों का कहना है कि इस अधिग्रहण योजना में एस्सार को उधार देने वाली कारोबारी कर्जदाताओं के व्यावसायिक के हितों को छोड़ दिया गया है।

एस्सार स्टील के वित्तीय ऋणदाताओं (बैंकों और वित्तीय संस्थाओं) ने कर्ज बोझ से दबी इस कंपनी के अधिग्रहण को करीब 42,000 करोड़ रुपये में खरीदने के आर्सेलरमित्तल के प्रस्ताव को पिछले महीने स्वीकार कर लिया। एस्सार स्टील पर बैंकों का कुल बकाया 49,395 करोड़ रुपये है जबकि आर्सेलरमित्तल ने 41,987 करोड़ रुपये का भुगतान करने की बोली लगाई। योजना के तहत एस्सार स्टील को विभिन्न प्रकार का कच्चा माल और दूसरी सेवायें देने वाली कंपनियों को मात्र 214 करोड़ रुपये ही दिये जायेंगे जबकि उनका कुल बकाया 4,976 करोड़ रुपये है।

आर्सेलरमित्तल के प्रस्ताव से नाराज गेल और गेटको ने एनसीएलटी की अहमदाबाद पीठ में उनका पक्ष सुने जाने के लिये अलग अलग आवेदन दायर किये हैं। आवेदन में कहा गया है कि उनका एस्सार स्टील इंडिया पर 1,800 करोड़ रुपये का बकाया है जिसका भुगतान नहीं किया गया है। गेल ने अपनी याचिका में आर्सेलर मित्तल की अधिग्रहण योजना को खारिज करने का आग्रह करते हुये कहा है कि यह समाधान योजना ‘‘परिचालन ऋणदाताओं के हितों की रक्षा करने में पूरी तरह से असफल रही है।’’ गेटको ने एक अन्य याचिका में एस्सार स्टील पर उसके पूरे बकाया 896.52 करोड़ रुपये को शामिल करने की मांग रखी है और कहा है कि यदि उसका पूरा बकाया नहीं दिया जाता है तो आर्सेलरमित्तल की समाधान योजना को खारिज कर दिया जाना चाहिये।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़