कमजोर वैश्विक संकेतों से सोना 31,000 रुपये के नीचे, चांदी भी कमजोर
बाजार सूत्रों ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पावेल ने दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में ब्याज दरों में वृद्धि की संभावना जताई है।
नयी दिल्ली। घरेलू हाजिर बाजार में आभूषण विक्रेताओं की कमजोर मांग और वैश्विक बाजारों में कमजोरी के रुख के कारण दिल्ली सर्राफा बाजार में बीते सप्ताह भी गिरावट जारी रही और सोने कीमत 31,000 रुपये के स्तर से नीचे पांच सप्ताह के निम्न स्तर 30,970 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई। औद्योगिक इकाइयों के कमजोर उठाव के कारण चांदी की कीमत भी हानि दर्शाती बंद हुई।
बाजार सूत्रों ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पावेल ने दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में ब्याज दरों में वृद्धि की संभावना जताई है। उनकी इस टिप्प्णी के बाद डॉलर के मजबूत होने से सर्राफा मांग प्रभावित हुई और वैश्विक बाजारों में सोने में गिरावट रही जिससे स्थानीय कारोबारी धारणा प्रभावित हुई। घरेलू हाजिर बाजार में स्थानीय आभूषण विक्रेताओं और फुटकर कारोबारियों की कमजोर मांग के कारण भी कीमतें प्रभावित हुईं।
वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोना सप्ताहांत में हानि दर्शाता 1,231.50 डॉलर प्रति औंस जबकि चांदी कमजोरी के साथ 15.51 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुई। राष्ट्रीय राजधानी में 99.9 प्रतिशत और 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की मामूली लिवाली समर्थन के कारण क्रमश : 31,150 रुपये और 31,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बेहतर रुख के साथ शुरुआत हुई।
बाद में विदेशों में कमजोरी के रुख के बीच मौजूदा स्तर पर इसे प्रतिरोध का सामना करना पड़ा और 31,000 रुपये के स्तर से नीचे क्रमश : 30,800 रुपये और 30,650 रुपये तक टूटने के बाद अंत में कीमतों में मामूली सुधार आया और सप्ताहांत में ये कीमतें 120 - 120 रुपये की हानि दर्शाती क्रमश : 30,970 रुपये और 30,820 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुईं। हालांकि , सीमित सौदों के बीच सीमित दायरे में घट बढ़ के बाद गिन्नी की कीमत सप्ताहांत में 24,700 रुपये प्रति आठ ग्राम के पूर्व सप्ताहांत के स्तर पर ही बंद हुई।
सोने की ही तरह चांदी तैयार की कीमत भी सप्ताहांत में 660 रुपये की हानि के साथ 39,255 रुपये प्रति किग्रा और चांदी साप्ताहिक डिलिवरी 590 रुपये की हानि दर्शाती 38,455 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई। समीक्षाधीन अवधि में चांदी सिक्कों की कीमतें ज्यादातर समय तक अपरिवर्तित रहने के बाद सप्ताहांत में 1,000 रुपये की तेजी के साथ लिवाल 75,000 रुपये और बिकवाल 76,000 रुपये प्रति सैकड़ा पर बंद हुई।
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