सरकार ने चालू वित्त वर्ष में विनिवेश से 85,000 करोड़ रुपये जुटाए, लक्ष्य पार किया
सरकार चालू वित्त वर्ष में आरईसी में 52.63 प्रतिशत हिस्सेदारी सार्वजनिक क्षेत्र की पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन को बेचकर 14,500 करोड़ रुपये हासिल होने की उम्मीद कर रही है।
नयी दिल्ली। सरकार ने शुक्रवार को कहा कि उसने चालू वित्त वर्ष का विनिवेश का लक्ष्य पार कर लिया है।चालू वित्त वर्ष (2018-19) में अब तक विनिवेश से 85,000 करोड़ रुपये जुटाए जा चुके हैं जो लक्ष्य से 5,000 करोड़ रुपये अधिक हैं। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने यह जानकारी दी। यह किसी वित्त वर्ष में विनिवेश से जुटाई गई दूसरी सबसे बड़ी राशि है। इससे पहले पिछले वित्त वर्ष 2017-18 में सरकार ने विनिवेश से एक लाख करोड़ रुपये से कुछ अधिक जुटाए थे। उस समय ओएनजीसी ने एचपीसीएल में सरकार की समूची 51.11 प्रतिशत हिस्सेदारी 36,915 करोड़ रुपये में खरीदी थी जिसकी वजह से सरकार विनिवेश का यह आंकड़ा हासिल कर पाई थी।
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सरकार चालू वित्त वर्ष में आरईसी में 52.63 प्रतिशत हिस्सेदारी सार्वजनिक क्षेत्र की पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन को बेचकर 14,500 करोड़ रुपये हासिल होने की उम्मीद कर रही है। इसके अलावा शुक्रवार को समाप्त हुए सीपीएसई ईटीएफ की पांचवीं किस्त से 10,000 करोड़ रुपये जुटाए गए हैं। चालू वित्त वर्ष में सीपीएसई ईटीएफ की दो किस्तों के जरिये सरकार 27,000 करोड़ रुपये जुटा चुकी है।
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जेटली ने ट्वीट कर कहा कि चालू वित्त वर्ष में 80,000 करोड़ रुपये के विनिवेश लक्ष्य की तुलना में 85,000 करोड़ रुपये जुटाए जा चुके हैं। अगले वित्त वर्ष 2019-20 के लिए विनिवेश का लक्ष्य 90,000 करोड़ रुपये तय किया गया है। निवेश एवं लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव ने ट्वीट कर कहा कि लगातार दूसरे साल विभाग विनिवेश के संशोधित अनुमान के आंकड़े को पार कर गया है।
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