सरकार रिजर्व बैंक के आरक्षित कोष को हथियाना चाहती है: पी. चिदंबरम
चिदंबरम ने एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए दावा किया कि सोमवार को होने वाली इस बैठक में सरकार और रिजर्व बैंक के बीच टकराव बढ़ने वाले हैं।
नयी दिल्ली। पूर्व वित्तमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने रिजर्व बैंक के निदेशक मंडल की महत्वपूर्ण बैठक से पहले रविवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा सरकार की केंद्रीय बैंक को अपने कब्जे में कर उसके नौ लाख करोड़ रुपये के आरक्षित कोष को हथियाना चाहती है। चिदंबरम ने एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए दावा किया कि सोमवार को होने वाली इस बैठक में सरकार और रिजर्व बैंक के बीच टकराव बढ़ने वाले हैं।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘सरकार रिजर्व बैंक के भंडार को हथियाने के लिये उसके ऊपर कब्जा करने का इरादा बना चुकी है। इसके अलावा अन्य तथाकथित असहमतियां महज मृगमरीचिका हैं।’’ चिदंबरम ने कहा, ‘‘दुनिया में कहीं भी केंद्रीय बैंक, उसके निदेशक मंडल द्वारा प्रबंधित कंपनी नहीं है। यह सुझाव देना कि निजी कंपनियों के लोग गवर्नर को निर्देश देंगे, हास्यास्पद है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘19 नवंबर केंद्रीय बैंक की स्वतंत्रता तथा भारतीय अर्थव्यवस्था के लिये याद रखने वाला दिन होगा।’’
उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक के पास 9.59 लाख करोड़ रुपये का भारी-भरकम कोष है। यदि खबरों पर यकीन किया जाए तो सरकार इस कोष का एक हिस्सा लेना चाहती है। इसके अलावा कमजोर बैंकों के लिये लगाई गई शर्त में ढील देना तथा बाजार में तरलता बढ़ाने के कदमों को लेकर भी सरकार और रिजर्व बैंक एक-दूसरे के आमने-सामने हैं।’’
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