HDFC बैंक ने पेटीएम के साथ किया करार, जानिए क्या है बैंक का लक्ष्य?

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एचडीएफसी बैंक ने क्रेडिट कार्ड जारी करने में तेजी लाने के लिए पेटीएम के साथ समझौता किया है।प्रतिबंध हटने के बाद बैंक ने अपनी खोयी हुई बाजार हिस्सेदारी हासिल करने के लिए आक्रामक योजनाओं की रूपरेखा तैयार की है और इसी के तहत उसने पेटीएम के साथ यह समझौता किया है।

मुंबई। क्रेडिट कार्ड वर्ग में अपनी खोयी हुई जमीन को फिर से हासिल करने के लिए, एचडीएफसी बैंक ने सोमवार को प्रमुख ऑनलाइन भुगतान सेवा प्रदाता पेटीएम के साथ को-ब्रांडेड (दोनों ब्रांड वाले) क्रेडिट कार्ड की बिक्री शुरू करने के लिए गठजोड़ की घोषणा की। इसके तहत त्योहारी सीजन की शुरुआत से पहले क्रेडिट कार्ड जारी करना शुरू कर दिया जाएगा। बैंक ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि क्रेडिट कार्ड वीजा द्वारा संचालित होंगे और इसमें मिलेनियल्स (1981 से 1996 के बीच पैदा हुए लोग), व्यापार मालिकों और व्यापारियों को लक्षित करते हुए पेशकश शामिल होंगे।

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पेटीएम के पास 33 करोड़ से अधिक उपभोक्ताओं और 2.1 करोड़ व्यापारियों की पहुंच है, जबकि एचडीएफसी बैंक के पास 50 लाख से अधिक डेबिट, क्रेडिट और प्रीपेड कार्ड हैं, और यह अपने पेशकशों के माध्यम से 20 लाख व्यापारियों को सेवा प्रदान करता है। एचडीएफसी बैंक देश में निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा बैंक है और यह क्रेडिट कार्ड वर्ग का भी नेतृत्व करता है। बैंक में बार-बार आ रही तकनीकी दिक्कतों की वजह से भारतीय रिजर्व बैंक ने उसपर दंडात्मक कार्रवाई करते हुए आठ महीने से अधिक के लिए नए क्रेडिट कार्ड जारी करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। प्रतिबंध हटने के बाद बैंक ने अपनी खोयी हुई बाजार हिस्सेदारी हासिल करने के लिए आक्रामक योजनाओं की रूपरेखा तैयार की है और इसी के तहत उसने पेटीएम के साथ यह समझौता किया है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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