हेटेरो लैब ने भारत में कोरोना की जेनेरिक दवा फेविपिराविर बाजार में उतारी

दवा फेविपिराविर

हेटेरो को भारत के दवा महा नियंत्रक (डीसीजीआई) से फेविपिराविर के विनिर्माण और विपणन की मंजूरी मिल गई है। हेटेरो की कोविड- 19 के इलाज में इस्तेमाल होने वाली ‘कोविफोर (रेम्डेसिविर)’ के बाद फेविविर दूसरी दवा है जिसे कंपनी ने तैयार किया है।यह वायरल रोधी दवा है जसके चिकित्सकीय परिणाम सकारात्मक रहे हैं।

हैदराबााद। हेटेरो समूह का हिस्सा हेटेरो लैब्स ने बुधवार को कोविड- 19 के इलाज में काम आने वाली फेविपिराविर जेनेरिक दवा पेश की है। इसे ‘फेविविर’ ब्रांड नाम के तहत बाजार में उतारा गया है। शहर स्थिति इस दवा कंपनी की जारी विज्ञप्ति में कहा गया है हेटेरो को भारत के दवा महा नियंत्रक (डीसीजीआई) से फेविपिराविर के विनिर्माण और विपणन की मंजूरी मिल गई है। हेटेरो की कोविड- 19 के इलाज में इस्तेमाल होने वाली ‘कोविफोर (रेम्डेसिविर)’ के बाद फेविविर दूसरी दवा है जिसे कंपनी ने तैयार किया है।यह वायरल रोधी दवा है जसके चिकित्सकीय परिणाम सकारात्मक रहे हैं।

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हेटेरो की इस जेनेरिक दवा फेविविर की एक गोली का दाम 59 रुपये है और हेटेरो हेल्थकेयर लिमिटेड इसका वितरण और विपणन कर रही है। कंपनी की विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह दवा 29 जुलाई से देश की सभी खुदरा दवा दुकानों और अस्पतालों के दवा केन्द्रों पर उपलब्ध होगी। दवा की बिक्री केवल डाक्टर की पर्ची के आधार पर होगी। इस दवा का उत्पादन कंपनी की विश्वस्तरीय फार्मूलेशन सुविधा वाली फैक्टरी में किया जा रहा है जिसे विभिन्न देशों के साथ ही अमेरिका की यूएसएफडीए और यूरोपीय संघ के संबंधित दवा प्राधिकरणों की अनुमति प्राप्त है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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