वाहनों पर GST घटा दे तो उद्योग को मंदी की स्थिति से बाहर निकाला जा सकता है: जेएलआर इंडिया

high-tax-on-luxury-cars-restricting-market-jlr-india
[email protected] । Jul 21 2019 4:15PM

लग्जरी कार निर्माता कंपनी जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) ने कहा है कि भारत में अगर कर ढांचा उचित और व्यापार की दृष्टि से व्यसवहारिक हो तो वह यहां अधिक मॉडलों को असेंबल कर सकती है। जेएलआर इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक रोहित सूरी ने कहा कि वाहनों पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) को 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत कर दिया जाए तो उद्योग को मंदी की स्थिति से बाहर निकाला जा सकता है और रोजगार सृजन को बढ़ावा दिया जा सकता है।

नयी दिल्ली। लग्जरी कार निर्माता कंपनी जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) ने कहा है कि भारत में अगर कर ढांचा उचित और व्यापार की दृष्टि से व्यसवहारिक हो तो वह यहां अधिक मॉडलों को असेंबल कर सकती है। जेएलआर इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक रोहित सूरी ने कहा कि वाहनों पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) को 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत कर दिया जाए तो उद्योग को मंदी की स्थिति से बाहर निकाला जा सकता है और रोजगार सृजन को बढ़ावा दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हम स्थानीय तौर पर पहले से छह मॉडलों को असेंबल कर रहे हैं और कारोबार के दृष्टिकोण से व्यावहारिक होने पर हम और ऐसा करना चाहेंगे। लेकिन सवाल संख्या का है।  

इसे भी पढ़ें: इक्रा के बाद, केयर रेटिंग्स ने अपने प्रबंध निदेशक मोकाशी को छुट्टी पर भेजा

सूरी ने कहा कि अगर संख्या अधिक होती है तो वह कारोबार के दृष्टिकोण से अधिक व्यावहारिक होता है। उन्होंने कहा कि जेएलआर इंडिया अधिक कारें लाना चाहती है और भारत में उनका निर्माण करना चाहती है लेकिन अधिक कर सबसे बड़ी बाधा है। सूरी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि हमें लगता है कि अधिक कर आज के समय में बाजार के बढ़ने में बाधक है, इसलिए यह हमें स्थानीय तौर पर निर्मित और उत्पादों को लाने से रोकता है। वर्तमान में भारत में लग्जरी कारों पर 28 प्रतिशत की सबसे उच्च दर से जीएसटी लागू है। साथ ही सेडान कारों पर 20 प्रतिशत एवं एसयूवी पर 22 प्रतिशत अतिरिक्त उपकर लगता है। इस तरह कुल कर क्रमश: 48 और 50 प्रतिशत बैठता है। 

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़