IL&FS financial services ने किया रिजर्व बैंक के प्रावधानों का उल्लंघन
आईएलएंडएफएस के नवगठित निदेशक मंडल ने पाया है कि समूह की एक कंपनी आईएलएंडएफएस फाइनेंशियल सर्विसेज ने समूह की अन्य कंपनियों में रिजर्व बैंक के प्रावधानों का उल्लंघन करते हुए निवेश किया और उन्हें सीमा से अधिक कर्ज दिये।
मुंबई। आईएलएंडएफएस के नवगठित निदेशक मंडल ने पाया है कि समूह की एक कंपनी आईएलएंडएफएस फाइनेंशियल सर्विसेज ने समूह की अन्य कंपनियों में रिजर्व बैंक के प्रावधानों का उल्लंघन करते हुए निवेश किया और उन्हें सीमा से अधिक कर्ज दिये। निदेशक मंडल ने बुधवार को इसकी जानकारी राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) की मुंबई पीठ को दी।
यह जानकारी ऐसे समय सामने आयी है जब रिजर्व बैंक और सरकार के बीच कई मुद्दों को लेकर तनातनी की खबरें आ रही हैं। उदय कोटक के नेतृत्व वाले निदेशक मंडल ने एनसीएलटी से कहा, ‘‘आईएलएंडएफएस फाइनेंशियल सर्विसेज के पिछले तीन वित्तीय वर्षों की वित्तीय रपटों एवं दस्तावेजों के प्राथमिक आकलन में पाया गया है कि समूह की अन्य कंपनियों को वित्तवर्ष 2015-16, 2016-17 और 2017-18 में क्रमश: 5,728 करोड़ रुपये, 5,127 करोड़ रुपये और 5,490 करोड़ रुपये के उधार दे रखे थे।’’ प्रथमदृष्ट्या ये कर्ज रिजर्व बैंक द्वारा स्वीकृत सीमाओं से कहीं अधिक थे।
अन्य न्यूज़