आईएमए पोंजी घोटाला: कर्नाटक के मंत्री ईडी के सामने हुए पेश
इससे पहले उसने इस घोटाले के सिलसिले में धनशोधन का मामला दर्ज किया था। ईडी के अधिकारियों के अनुसार मंत्री को रिचमंड टाऊन में अपनी संपत्ति आईएमए के मालिक मोहम्मद मंसूर खान को बेचने को लेकर तलब किया गया था।
बेंगलुरु। आईएमए ग्रुप पोंजी घोटाले की जांच के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा तलब किये गये कर्नाटक के मंत्री बी जेड जमीर खान शुक्रवार को यहां एजेंसी के सामने पेश हुए। ईडी ने पिछले हफ्ते खाद्य, नागरिक आपूर्ति और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री खान को इस मामले में पूछताछ के लिए तलब किया था। इससे पहले उसने इस घोटाले के सिलसिले में धनशोधन का मामला दर्ज किया था। ईडी के अधिकारियों के अनुसार मंत्री को रिचमंड टाऊन में अपनी संपत्ति आईएमए के मालिक मोहम्मद मंसूर खान को बेचने को लेकर तलब किया गया था।
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बाद में निदेशालय के कार्यालय से बाहर निकलने पर मंत्री ने कहा कि ईडी अधिकारियों ने उनसे पूछा कि कब उन्होंने यह संपत्ति खरीदी, कब उसे बेचा और क्या उन्होंने इस संपत्ति की खरीद-बिक्री की जानकारी का ब्योरा दिया था। उन्होंने बताया कि इसे 2009 में खरीदा था और 2018 के जून में इसे बेच दिया। उसकी बिक्रीनामा की प्रति उन्होंने अधिकारियों को दी। इस पर चुकाये गये कर की प्रति भी उन्होंने दी।
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खान ने कहा कि ईडी अधिकारी उनके जवाब से संतुष्ट थे और कहा कि उन्हें फिर आने की जरूरत नहीं है। इस बीच, कर्नाटक सरकार द्वारा इस घोटाले की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल ने कंपनी की गलतियों की लीपापोती के लिए कथित रूप से 4.5 करोड़ रूपये कीरिश्वत लेने को लेकर एक सहायक आयुक्त को शुक्रवार को गिरफ्तार किया।
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