भारत विश्व की सबसे गतिशील अर्थव्यवस्थाओं में शामिल है: सिंगापुर मंत्री
भारत आज विश्व की सबसे गतिशील अर्थव्यवस्थाओं में से एक के तौर पर उभरा है। देश अपनी समृद्ध हिरासत को संरक्षित रखते हुए तकनीक एवं सामाजिक नवोन्मेष को आगे रख कर तेजी से विकास कर रहा है।
सिंगापुर। सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि विश्व की सबसे गतिशील अर्थव्यवस्थाओं में शामिल भारत तेजी से विकास कर रहा है और तकनीकी एवं सामाजिक नवोन्मेष में अग्रणी बना हुआ है। स्वास्थ्य मंत्री गान किम योंग ने भारत के 70वें गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में बृहस्पतिवार रात को आयोजित एक कार्यक्रम में भारत एवं सिंगापुर के मजबूत संबंधों का जिक्र किया। भारत 1965 में सिंगापुर की स्वतंत्रता को सबसे पहले मान्यता देने वाले देशों में शामिल है।
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इसके बाद से दोनों देशों के संबंध मजबूत बने हुए हैं। दोनों देशों के बीच इस साल राजनयिक संबंधों का 54वां साल है। योंग ने कहा, ‘‘भारत आज विश्व की सबसे गतिशील अर्थव्यवस्थाओं में से एक के तौर पर उभरा है। देश अपनी समृद्ध हिरासत को संरक्षित रखते हुए तकनीक एवं सामाजिक नवोन्मेष को आगे रख कर तेजी से विकास कर रहा है।’’
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उन्होंने कहा, ‘‘सिंगापुर ने हमेशा भारत का विकास चाहा है और हमें भारत को तेजी से आगे बढ़ते और क्षेत्र एवं दुनिया में बड़े स्तर पर योगदान देते देखने में खुशी हो रही है।’’मंत्री ने साझा हितों और मूल्यों पर स्थापित दोनों देशों के बीच सहयोग की बात की और दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की यात्राओं में पिछले साल हुई उच्च स्तरीय वार्ता का जिक्र किया।
#Singapore Minister Heng Swee Keat at #Davos: The globalised world order needs countries to seek peace & stability, help one another prosper & improve the quality of their people's lives. This will help countries achieve a common understanding & avoid wars https://t.co/qLkHLFmyFb pic.twitter.com/Yw4HK9fmgn
— Singapore UNOG (@SGPMissionGva) January 24, 2019
योंग ने रूपे और सिंगापुर के नेटवर्क फॉर इलेक्ट्रानिक ट्रांसफर्स का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘हमने फिनटेक (वित्तीय तकनीक) नवोन्मेष की हमारी रणनीतिक साझीदारी के नए स्तम्भ के तौर पर पहचाना है।’’उन्होंने डिजिटल तकनीक में सहयोग को स्वास्थ्य सेवा जैसे अन्य क्षेत्रों में भी विस्तार देने की बात रेखांकित की। उन्होंने आधार लागू करने में भारत की सफलता का जिक्र किया।
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