भारत 10 साल तक वैश्विक वृद्धि की बड़ी ताकत रहेगा: तोंग
सिंगापुर के पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि वैश्विक वृद्धि में नरमी की चिंताओं के बीच भारत आशा की एक किरण है और उसके पास 10 साल तक वैश्विक अर्थव्यवस्था को आगे खींचने की क्षमता मौजूद है।
तोक्यो। सिंगापुर के पूर्व राष्ट्रपति गोह चोक तोंग ने आज कहा कि वैश्विक वृद्धि में नरमी की चिंताओं के बीच भारत आशा की एक किरण है और उसके पास अगले 10 साल तक वैश्विक अर्थव्यवस्था की गाड़ी को आगे खींचने की एक संभावित क्षमता मौजूद है। निक्केइ कारपोरेशन द्वारा ‘एशिया का भविष्य’ विषय पर यहां आयोजित सम्मेलन में उन्होंने कहा, ‘‘भारत हमारे लिए उम्मीद है। अर्थव्यवस्था में सुस्ती को दूर करने से भारत इस समय ऐसी स्थिति में है जहां चीन 10 साल पहले था।’’
निवेश आकर्षित करने के लिए रविवार से जपान की छह दिन की यात्रा पर आए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी इस सम्मेलन में उपस्थित थे। वह इस सम्मेलन को मंगलवार को यहां संबोधित करेंगे। सिंगापुर के पूर्व प्रधानमंत्री का मानना था कि भारत को चीन की नरमी का फायदा उठाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘किसी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक यह संदेश पहुंचाना चाहिए कि भारत अब वृद्धि कर रहा है, और अगले 10 साल तक के लिए यह वैश्विक वृद्धि का इंजन है क्योंकि चीन में नरमी आ रही है।’’ उन्होंने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था अब वृद्धि की ताकत के लिए केवल चीन पर ही नहीं भारत पर निर्भर कर सकती है। उन्होंने कहा, 'विश्व के लोगों, वृद्धि के लिए अब सिर्फ चीन पर निर्भर नहीं रहिए है, भारत बहुत बड़ा भागीदार हो सकता है।’’
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने वैश्विक अर्थव्यस्था की 2016 में वृद्धि दर के अुनमान को एक साल में चाथी बार कम करते हुए इसे पिछले महीने 3.2 प्रतिशत कर दिया। इसके पीछे चीन की नरमी, तेल की कीमतों में गिरावट और विकसित देशों में कमजोरी के लम्बे दौर का बड़ा हाथ रहा है। मुद्राकोष ने जनवरी में अनुमान लगाया था कि वैश्विक आर्थिक वृद्धि इस वर्ष 3.4 प्रतिशत रहेगी। इसके विपरीत भारत के बारे में उसने 2016 और 2017 में 7.5 प्रतिशत वृद्धि के अनुमान को बरकार रखा है जो 2015 में 7.3 प्रतिशत थी। अनुमान है कि चीन की अर्थव्यवस्था इस साल 6.5 और अगले साल 6.2 प्रतिशत बढ़ेगी।
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