क्या आप भी क्रिप्टोकरेंसी से मिलते-जुलते सस्ते टोकन में कर रहे हैं निवेश? पहले समझ ले यह जरूरी बात

भारत में क्रिप्टोकरेंसी के आते ही जैसे निवेशकों की बाढ़ आ गई।बिटकॉइन में निवेश करने के लिए निवेशकों ने अपनी दिलचस्पी काफी दिखाई। लेकिन सरकार द्वारा इस करेंसी पर लगाई जा रही रोक निवेशकों के लिए एक चिंता का विषय भी बन गई है। साल 2008 से अब तक न जने दुनिया के कितने ही निवेशकों ने बिटकॉइन में निवेश किया और उन्हें मुनाफे भी जोरदार हुए। एक क्रेज में भारत में क्रिप्टोकरेंसी की लोकप्रियता भी काफी बढ़ी। इसी नतीजे के बीच ऐसे कई भारी मात्रा में लोग है जो थोड़ बहुत निवेश करने की चाह रखते है। लेकिन अब उनके पास कोई ऑप्शन नहीं है। इसी को देखते हुए अब क्रिप्टो के नाम से ही मिलते-जुलते कई टोकन पेश किए जा रहे है और निवेशकों की संख्या भी इस ओर बढ़ती नजर आ रही है।
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क्या है इन टोकन का नाम?
इन टोकन को आमतौर पर ऑल्टकाइन या ऑल्टरनेट क्रिप्टोकरेंसी के नाम से जाना जाता है। बाजार में इस समय 13 हजार से ज्यादा ऑल्टकाइन मौजुद है और लोग इसमें निवेश करने पर ज्यादा मुनाफा कमाने की सोच रहे है।
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क्या कहता है मार्केट एक्सपर्ट
मार्केट एक्सपर्ट के मुताबिक, निवेशकों को भारी मात्रा में या कम मात्रा में भा अगर निवेश करना है तो सबसे पहले इन ऑल्टकॉइन के बारे में जानाकरी हासिल कर लेना चाहिए कि यह कहा से आए है और यह कितने सुरक्षित है।
आपको बता दें कि क्रिप्टोकरेंसी जैसे लोकप्रिय करेंसी ब्लॉकचेन टेक्नॉलजी पर काम करते हैं। इस ब्लॉकचेन के नियमों में बदलाव लाने के लिए एक शाखा तैयार की जाती है जो कि दो भागो में बंट जाती है। यह दो सॉफ्ट और हार्ड फॉक के नाम से होती है।बता दें कि, बिटकॉइन कैश और बिटकॉइन गोल्ड जैसे ओरिजिनल बिटकॉइन नेटवर्क में हार्ड फॉक का नतीजा हैं।
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