कृष्णमूर्ति सुब्रह्मण्यम देश के नए मुख्य आर्थिक सलाहकार नियुक्त

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[email protected] । Dec 7 2018 9:02PM

प्रोफेसर कृष्णमूर्ति सुब्रह्मण्यम को देश का नया मुख्य आर्थिक सलाहकार नियुक्त किया गया है। वह इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस, हैदराबाद में प्राध्यापक हैं। सरकार ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

प्रोफेसर कृष्णमूर्ति सुब्रह्मण्यम को देश का नया मुख्य आर्थिक सलाहकार नियुक्त किया गया है। वह इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस, हैदराबाद में प्राध्यापक हैं। सरकार ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि जुलाई में पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रह्मणियन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। वह करीब साढ़े चार साल तक वित्त मंत्रालय में कार्यरत रहे और उनके पद छोड़ने के बाद से मुख्य आर्थिक सलाहकार का पद रिक्त पड़ा था। सुब्रह्मण्यम का कार्यकाल तीन वर्ष का होगा।

 

एक सरकारी अधिसूचना के मुताबिक, ‘‘नियुक्ति मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने डॉ. कृष्णमूर्ति सुब्रह्मण्यम की मुख्य आर्थिक सलाहकार के तौर पर नियुक्ति को मंजूरी प्रदान कर दी। वह आईएसबी, हैदराबाद में एसोसिएट प्रोफेसर हैं।’’ भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान और भारतीय प्रबंधन संस्थान जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में पढ़ चुके सुब्रह्मण्यम ने शिकागो विश्वविद्यालय के बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस से वित्तीय अर्थशास्त्र में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है।

बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस में उन्होंने प्रोफेसर लुइगी जिंगल्स और प्रोफेसर रघुराम राजन के सानिध्य में अपनी डिग्री पूरी की। गौरतलब है कि राजन भी भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार रह चुके हैं और बाद में 2013 में उन्हें भारतीय रिजर्व बैंक का गवर्नर भी नियुक्त किया गया था। मुख्य आर्थिक सलाहकार की नियुक्ति के लिए सरकार ने जुलाई में आवेदन आमंत्रित किए थे। मुख्य आर्थिक सलाहकार का प्रमुख काम विदेश व्यापार और औद्योगिक विकास के मुद्दों पर नीतिगत सलाह देना होता है। साथ ही औद्योगिक उत्पादन के रुखों का आकलन और अहम आर्थिक संकेतकों पर सांख्यिकी जानकारी जारी करना है।

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हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि नए आर्थिक सलाहकार कब से अपना पदभार संभालेंगे। आईएसबी की वेबसाइट के अनुसार सुब्रह्मण्यम की बैंकिंग, कॉरपोरेट कामकाज और आर्थिक नीति जैसे विषयों पर विशेष पकड़ है। वह भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के लिए कॉरपोरेट गवर्नेंस समिति और भारतीय रिजर्व बैंक के लिए बैंक गवर्नेंस समिति में विशेषज्ञ के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। इसके अलावा वह सेबी की वैकल्पिक निवेश नीति, प्राथमिक बाजार, द्वितीयक बाजार एवं शोध पर स्थायी समितियों के सदस्य रह चुके हैं। वह बंधन बैंक, राष्ट्रीय बैंक प्रबंधन संस्थान और आरबीआई अकादमी के निदेशक मंडल के भी सदस्य हैं।

इस मौके पर आईएसबी के डीन राजेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि आईएसबी के एक प्रमुख सदस्य को भारत सरकार के इतने महत्वपूर्ण कार्यालय का भार दिये जाने पर हम सभी और संस्थान को गर्व है। सुब्रह्मण्यम, 2009 में आईएसबी में विजिटर प्राध्यापक थे। बाद में 2010 में उन्हें वहां एसोसिएट प्रोफेसर नियुक्त किया गया था।

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