रेलवे माल ढुलाई क्षेत्र में बड़े सुधार जल्द: सुरेश प्रभु
रेल बजट में पहली बार माल भाड़े में कटौती की घोषणा के मद्देनजर माल ढुलाई क्षेत्र में बड़े सुधार होने वाले हैं और इससे आने वाले दिनों में रेलवे को बहुत फायदा होगा।
हैदराबाद। रेल बजट में पहली बार माल भाड़े में कटौती की घोषणा के मद्देनजर माल ढुलाई क्षेत्र में बड़े सुधार होने वाले हैं और इससे आने वाले दिनों में रेलवे को बहुत फायदा होगा। यह बात आज रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कही। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे देश में समय-सारणी के मुताबिक माल गाड़ी नहीं चलने की वजह से ज्यादातर माल रेलवे के पास नहीं आता, मालगाड़ी कब पहुंचेगी यह कोई नहीं जानता।’’ प्रभु ने यहां सिकंदराबाद स्टेशन पर नागलपल्ली और तुगलकाबाद के बीच समय-सारणीबद्ध (साप्ताहिक) रेलगाड़ी को हरी झंडी दिखाने के बाद कहा, ‘‘इस स्थिति में बदलाव के लिए हमने एक कार्यक्रम शुरू किया है और दो जोड़ी समय-सारणीबद्ध रेलगाड़ियां- ‘कार्गो एक्सप्रेस’ चली हैं और मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि वे अपने गंतव्य तक तय समय से पहले पहुंचीं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, रेलवे की दो तिहाई आमदनी माल ढुलाई से होती है, लेकिन हमने इस पर कभी ध्यान नहीं दिया और इसकी उपेक्षा करने से रेलवे की माल ढुलाई में हिस्सेदारी कम हुई है और आने वाले दिनों में यह चिंता का विषय होगा कि रेलवे इसमें अपनी मदद कैसे करेगी।’’
प्रभु ने कहा, ‘‘इस तरह, रेलवे बजट के इतिहास में पहली बार इस साल से हमने माल ढुलाई में कटौती की प्रक्रिया शुरू की है। देश में माल ढुलाई क्षेत्र में सुधार कल्पनातीत है और सुधार से आने वाले दिनों में रेलवे को फायदा होगा।’’ उन्होंने कहा कि देश में रेलवे ऊर्जा का सबसे बड़ा उपयोक्ता है। ऊर्जा का उपयोग उचित तरीके से किया जाना चाहिए और बिजली की लागत कम करने के लिए कई पहलें करने की जरूरत है। मंत्री ने कहा, ‘‘रेलवे के अस्तित्व के लिए (ऊर्जा पर रेलवे का व्यय घटाकर) लागत कम करना जरूरी है, यह अस्तित्व का सवाल है और हमने ऊर्जा की बचत के लिए बड़ी नीतियां बनाई हैं।’’ उन्होंने कहा कि पिछले दो साल में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने रेल बजट यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाया है और बजट में आम आदमी के लिए सब कुछ है। रेल मंत्री ने कहा, ‘‘यात्रियों के लिए लिफ्ट, एलीवेटर, ई-टिक, मांग के अनुरूप खान-पान की व्यवस्था, मशीनों से कपड़ों की धुलाई, नए दीन दयाल डब्बे जैसी सुविधाओं पर बड़ा निवेश किया जा रहा है।’’
प्रभु ने इस समारोह में ही 11,307 गुलबर्गा-हैदराबाद दैनिक इंटरसिटी एक्सप्रेस और 11,083 मुंबई एलटीटी-काजीपेट साप्ताहिक तादोबा एक्सप्रेस को वीडियो रिमोट लिंक के जरिए झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि लंबे समय से लटकी पड़ी ये दोनों मांग अब पूरी हो गई हैं।
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