पहली छमाही में विलय-अधिग्रहण सौदे 12 प्रतिशत बढ़े
भारतीय उद्योग जगत में 2016 के पहले छह माह के दौरान विलय एवं अधिग्रहण सौदे 12 प्रतिशत बढ़कर 15.7 अरब डालर पर पहुंच गये। ऐसा मुख्य तौर पर घरेलू निवेशकों की रुचि से हुआ।
भारतीय उद्योग जगत में 2016 के पहले छह माह के दौरान विलय एवं अधिग्रहण सौदे 12 प्रतिशत बढ़कर 15.7 अरब डालर पर पहुंच गये। ऐसा मुख्य तौर पर घरेलू निवेशकों की रुचि से हुआ। परामर्शक कंपनी ग्रांट थार्नटॉन के मुताबिक भारतीय उद्योग जगत में विलय एवं अधिग्रहण सौदों का मूल्य इस साल पहली छमाही के दौरान 12 प्रतिशत बढ़कर 15.7 अरब डालर हो गया। ऐसा पिछले साल जनवरी से जून में हुई विलय अधिग्रहण सौदों की संख्या में पांच प्रतिशत की गिरावट आने के बावजूद हुआ।
ग्रांट थार्नटॉन इंडिया एलएलपी के भागीदार प्रशांत मेहरा ने कहा, ‘‘यह वृद्धि मुख्य तौर पर घरेलू और देश से बाहर किए जाने वाले सौदों में 2015 की पहली छमाही के मुकाबले 1.6 गुना वृद्धि के कारण हुआ। यह सौदे के कुल मूल्य में 50 प्रतिशत से अधिक और कुल विलय एवं अधिग्रहण सौदे के मूल्य का 70 प्रतिशत से अधिक है।’’ देश से बाहर होने वाले सौदों में 3.9 अरब डालर के सौदे विदेश से देश में हुये जबकि 3.1 अरब डालर के सौदे देश से बाहर की कंपनियों में हुये। मेहरा ने कहा, ‘‘विदेशी कंपनियों द्वारा भारत में किये जाने वाले सौदों में पिछले छह साल के दौरान पहली बार गिरावट आई क्योंकि वैश्विक निवेशक ब्रेक्जिट के परिणाम को लेकर सावधानी बरत रहे थे।’’ देश की कंपनियों द्वारा विदेशों में किये जाने वाले विलय एवं अधिग्रहण में वृद्धि पर रिपोर्ट में कहा गया है कि यह घरेलू निवेशकों के मजबूत विश्वास को दिखाता है।
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