युद्ध से ज्यादा सड़क हादसों में होती है लोगों की मौतः वी के सिंह
सड़क हादसे में मरने वालों की संख्या, युद्ध में जान गवाने वालों की संख्या से भी अधिक है। सिंह ने इस पर अफसोस जताते कि दुर्भाग्य से देश में ‘सड़क सुरक्षा’ जैसे अहम मुद्दे को साल में केवल एकबार मनाया जाता है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने ‘सड़क सुरक्षा सप्ताह’ में सुधार करते हुए इसे ‘सड़क सुरक्षा माह‘ में बदल दिया है।’’
नयी दिल्ली| केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्रीजनरल वी.के सिंह (सेवानिवृत्त) ने शुक्रवार को कहा कि भारत में युद्ध से ज्यादा सड़क हादसों में लोगों ने अपनी जान गंवाई है।
उद्योग मंडल एसोचैम की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम में सिंह ने कहा कि ‘सड़क सुरक्षा’ सबसे महत्वपूर्ण मामला है जिससे सरकार को निपटने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हर साल सड़क हादसों में लगभग 1.35 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है।
सड़क हादसे में मरने वालों की संख्या, युद्ध में जान गवाने वालों की संख्या से भी अधिक है। सिंह ने इस पर अफसोस जताते कि दुर्भाग्य से देश में ‘सड़क सुरक्षा’ जैसे अहम मुद्दे को साल में केवल एक बार मनाया जाता है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने ‘सड़क सुरक्षा सप्ताह’ में सुधार करते हुए इसे ‘सड़क सुरक्षा माह‘ में बदल दिया है।’’
उन्होंने कहा कि सरकार ने सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए कई उपाय किए हैं जिनमें सड़क इंजीनियरिंग में सुधार करना भी शामिल है। सरकार की तरफ से हाल में जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में वर्ष 2020 के दौरान कुल 3,66,138 सड़क दुर्घटनाएं हुईं थी जिनमें 1,31,714 लोगों की मौत हो गई।
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