मौजूदा समय में अवसरों का लाभ उठाने के लिए एमएसएमई का डिजिटलीकरण अपरिहार्यः चंद्रशेखर
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र नीतियां और नियम बना रहा है, प्रोत्साहन दे रहा है ताकि एमएसएमई समेत अर्थव्यवस्था के सभी भागीदार देश हित में डिजिटलीकरण को अपना सकें।
अहमदाबाद| केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने शनिवार को कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के लिए डिजिटलीकरण अपरिहार्य हो गया है ताकि वे कोविड के बाद की दुनिया में देश के समक्ष आए अवसरों का लाभ उठा सकें।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र नीतियां और नियम बना रहा है, प्रोत्साहन दे रहा है ताकि एमएसएमई समेत अर्थव्यवस्था के सभी भागीदार देश हित में डिजिटलीकरण को अपना सकें।
उन्होंने एमएसएमई को आर्थिक विकास का महत्वपूर्ण घटक बताया। उन्होंने कहा कि आपूर्ति श्रृंखला में अहम भागीदार और दुनिया में डिजिटल, विनिर्मित उत्पादों और सेवाओं को पहुंचाने वाले उत्पादक बनने की भारत की महत्वाकांक्षा के केंद्र में एमएसएमई हैं।
अहमदाबाद में स्मार्ट मैन्यूफैक्चरिंग कंपिटेंसी सेंटर (एसएमसीसी) के उद्घाटन के बाद चंद्रशेखर ने कहा, ‘‘एमएसएमई के डिजीटलीकरण, आपके उद्यम के डिजिटलीकरण का मतलब है प्रतिस्पर्धी के मुकाबले अधिक कारगर होना। आप ज्यादा नवोन्मेषी उत्पाद तैयार करेंगे और बाजार के अधिक व्यापक नेटवर्क तक आपकी पहुंच होगी।’’
एसएमसीसी की स्थापना उद्योग मंडल नैसकॉम, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय तथा गुजरात सरकार ने की है। चंद्रशेखर ने कहा, ‘‘एमएसएमई के लिए यह पूरी तरह से अपरिहार्य है कि देश के तौर पर हमारे सामने जो अवसर हैं उनका लाभ उठाया जाए और ऐसा करने के लिए डिजिटलीकरण को अपनाना बेहद जरूरी है।
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