बैंक ऑफ इंडिया को एनपीए बढ़ने से हुआ 1,156 करोड़ रुपये का भारी घाटा

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[email protected] । Nov 12 2018 6:14PM

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में एनपीए के ऊंचे प्रावधान के कारण 1,156.25 करोड़ रुपये का भारी-भरकम घाटा हुआ है।

नयी दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में एनपीए के ऊंचे प्रावधान के कारण 1,156.25 करोड़ रुपये का भारी-भरकम घाटा हुआ है। बैंक को पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 179.07 करोड़ रुपये तथा चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 95.11 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। बैंक ने शेयर बाजारों को बताया कि आलोच्य तिमाही के दौरान उसकी कुल आय पिछले वित्त वर्ष के 11,600.47 करोड़ रुपये से गिरकर 10,800.24 करोड़ रुपये पर आ गयी।

इस दौरान गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) के एवज में किया जाने वाला प्रावधान 1,866.82 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,827.62 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। आलोच्य तिमाही के दौरान बैंक का एकीकृत एनपीए 12.62 प्रतिशत से बढ़कर 16.36 प्रतिशत और शुद्ध एनपीए 6.47 प्रतिशत से बढ़कर 7.64 प्रतिशत पर पहुंच गया। इससे पिछली तिमाही यानी जून में समाप्त तिमाही में बैंक का शुद्ध एनपीए 8.45 प्रतिशत था। आंकड़ों में बैंक का सकल एनपीए सितंबर में समाप्त तिमाही में 61,560.65 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। एक साल पहले इसी अवधि में यह 49,306.90 करोड़ रुपये पर था। 

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