पेगासस नाम से Confuse हुए यूजर, जासूसी ऐप समझकर धड़ल्ले से कर रहे है डाउनलोड
अबिन केंद्र के एक कर्मचारी केटी ने कहा कि, लोग कॉल करके सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल से लेकर फोन कॉल को कैसे बैन करना है जैसे सवाल पूछ रहे हैं। उन्होंने आगे बताया कि, लोगों को हम यह बताने में व्यस्त है कि यह ऐप केरल पीएससी परीक्षा कोचिंग के लिए है न कि पेगासस स्पाईवेयर के लिए।
पेगासस जासूसी को लेकर दुनियाभर में विवाद काफी बढ़ गया है। इसी बीच कोयिलैंडी स्थित लोक सेवा आयोग कोचिंग सेंटर ने पेगासस नाम से ऐप निकाल दिया है जिसको अब तेजी से डाउनलोड किया जा रहा है। कोचिंग का नाम पेगासस होने के कारण लोग इसे इजरायली जासूसी सॉफ्टवेयर समझने लगे हैं। टीओआई में छपी एक खबर के मुताबिक, केरल में पेगासस के नाम से पीएससी कोचिंग सेंटर खोला गया है। बता दें कि इस कोचिंग सेंटर के अधिकारी पिछले तीन दिनों में अपने पेगासस ऑनलाइन ऐप के डाउनलोड में अचानक से इतना उछाल देखकर काफी हैरान हो गए है। इसका कारण केवल स्पाइवेयर विवाद है।
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जानकारी के लिए बता दें कि, पिछले सप्ताह पेगासस नाम के इस ऐप के टोटल डाउनलोड 1,000 थे और यह पिछले तीन दिनों में दोगुना होकर गुरुवार सुबह 2,110 तक पहुंच गया है।कोचिंग सेंटर के मालिक पीसी सनूप ने कहा कि,इस ऐप का इतना डाउनलोड होना केवल पेगासस सॉफ्टवेयर की रिपोर्टों के कारण हो पाया है, केरल ही नहीं बल्कि उत्तर भारतीय राज्यों के लोगों से भी इस ऐप को लेकर बहुत सारे कॉल आ रहे है। अबिन केंद्र के एक कर्मचारी केटी ने कहा कि, लोग कॉल करके सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल से लेकर फोन कॉल को कैसे बैन करना है जैसे सवाल पूछ रहे हैं। उन्होंने आगे बताया कि, लोगों को हम यह बताने में व्यस्त है कि यह ऐप केरल पीएससी परीक्षा कोचिंग के लिए है न कि पेगासस स्पाईवेयर के लिए। बता दें कि पिछले कुछ दिनों में उनके फेसबुक पेज पर पेगासस को लेकर सवालों के बाढ़ आ गई है।
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