सेबी की सूचीबद्ध बांड बाजार पर परामर्श पत्र लाने की योजना
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) सूचीबद्ध बांड बाजार के लिए एक बेहतर बाजार विकसित करने के लिए परामर्श पत्र लाने की तैयारी कर रहा है। बांड बाजार के लिए तरलता अभी समस्या है।
मुंबई। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) सूचीबद्ध बांड बाजार के लिए एक बेहतर बाजार विकसित करने के लिए परामर्श पत्र लाने की तैयारी कर रहा है। बांड बाजार के लिए तरलता अभी समस्या है। घरेलू कॉरपोरेट बांड बाजार 287 अरब डॉलर का है , जो सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का मात्र 14 प्रतिशत है। वहीं शेयर बाजार जीडीपी का करीब 80 प्रतिशत है। बैंकिंग प्रणाली में संकट की वजह से निश्चित रूप से बांड बाजार को और गहराई देने का अवसर और जरूरत है। बैंकिंग प्रणाली का डूबा कर्ज मार्च तक कुल ऋण का 12.6 प्रतिशत पर पहुंच गया है।
सेबी के चेयरमैन अजय त्यागी ने आज यहां कहा, ‘‘ बांड बाजार के विकास की काफी संभावनाएं हैं। इसके लिए एक बेहतर द्वितीयक बाजार की जरूरत है। हम ऋण या बांड खंड के लिए द्वितीयक बाजार विकसित करने को जल्द परामर्श पत्र लेकर आएंगे। त्यागी ने कहा कि इस बारे में अंतिम दिशानिर्देश सभी अंशधारकों के साथ विचार विमर्श के बाद तय किए जाएंगे।
उद्योग मंडल एसोचैम द्वारा आयोजित कॉरपोरेट बांड बाजार पर एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए सेबी प्रमुख ने कहा कि बैंकिंग क्षेत्र में दबाव की वजह से हाल के वर्षों में कई कंपनियां धन जुटाने को बांड बाजार का रुख कर रही हैं। बुनियादी ढांचा विकास के लिए भारी जरूरत के मद्देनजर बांड बाजार और तेजी से आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि सेबी भारतीय रिजर्व बैंक और सरकार के साथ विचार विमर्श कर रहा है। उन्होंने कहा कि कॉरपोरेट बांड के लिए द्वितीयक बाजार विकसित करने को हम कदम उठाएंगे , जिससे तरलता की स्थिति सुधारी जा सकेगी।
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