नवंबर तक राशन की सभी दुकानों में लग जाएंगी POS मशीनें: CM योगी

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[email protected] । Oct 13 2018 6:05PM

सुशासन के लिए प्रौद्योगिकी को अपनाने पर जोर देते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि पहले चरण में शहरी क्षेत्रों में 13 हजार पीओएस मशीनें लगने से फर्जी राशन लेने वालों पर अंकुश लगा और सरकार को सालाना 350 करोड़ रुपये की बचत हुई।

इलाहाबाद। सुशासन के लिए प्रौद्योगिकी को अपनाने पर जोर देते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि पहले चरण में शहरी क्षेत्रों में 13 हजार पीओएस मशीनें लगने से फर्जी राशन लेने वालों पर अंकुश लगा और सरकार को सालाना 350 करोड़ रुपये की बचत हुई। यहां भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी) के एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा, "यह बचत 80,000 में से 13,000 मशीनें लगने से हुई हैं। हमारा अनुमान है कि नवंबर के अंत तक जब 80,000 दुकानों में ये मशीनें लग जाएंगी तो हम प्रतिवर्ष 1200 करोड़ रुपये की बचत खाद्यान्न की चोरी रोकने से कर सकेंगे।"

उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी एक गरीब को उसका हक दिलाने और भ्रष्टाचार पर प्रभावी प्रहार करने में बहुत कारगर हो सकती है। आज देश का प्रधानमंत्री यह कह सकता है कि डीबीटी के माध्यम से जो 100 रुपये भेजा जा रहा है वह पूरा का पूरा लाभार्थी तक पहुंच रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा, "हमने उत्तर प्रदेश में संगठित अपराध पर प्रभावी नियंत्रण किया है। लेकिन अब भी आपसी रंजिश के विवाद हैं जो भूमि संबंधी राजस्व से जुड़े हुए विवाद हैं। हमें उम्मीद है कि हम अगले एक महीने में उत्तर प्रदेश में भूमि संबंधी सभी रिकार्ड का डिजिटलीकरण कर देंगे। यह प्रौद्योगिकी की एक बहुत बड़ी उपलब्धि आम जनों के लिए होगी।"

उन्होंने कहा कि सरकार ने इलाहाबाद में करीब 150 एकड़ भूमि, भू माफियाओं के कब्जे से मुक्त कराई है। छात्रवृत्ति वितरण में प्रौद्योगिकी की भूमिका पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष हम 46 लाख छात्रों की छात्रवृत्ति की पहली किस्त दो अक्टूबर को उनके खातों में भेज चुके हैं। उन्होंने कहा कि हमने उत्तर प्रदेश के एक लाख छह हजार राजस्व गांवों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ने की कार्यवाही युद्ध स्तर पर शुरू की है और अब तक हम 30 प्रतिशत गांवों को आप्टिकल फाइबर से जोड़ चुके हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आईटी को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से हमने आईटी और स्टार्ट अप की एक नीति तैयार की है। इसके लिए लखनऊ में पीपीपी माडल पर एक आईटी सिटी की स्थापना का कार्य चल रहा है। ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे में इलेक्ट्रानिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर को विकसित किया जा रहा है। योगी यहां आईआईआईटी की स्थापना के 20वें वर्ष में प्रवेश के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपराष्ट्रपति एम. वैंकेया नायडू जबकि उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक सभापति थे।

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