चुनावों से पहले प्रधानमंत्री रेल परियोजनाओं की शुरूआत करेंगे
प्रधानमंत्री 15 फरवरी को नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन से ट्रेन 18 या वंदे भारत को हरी झंडी दिखाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि रेलगाड़ी का निर्माण चेन्नई इंटीग्रल कोच फैक्टरी ने महज 18 महीने में पूरा किया था।
नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आगामी हफ्तों में रेलवे की कम से कम तीन परियोजनाओं की शुरूआत करेंगे जिन्हें वर्तमान सरकार में ‘मेक इन इंडिया’ के तहत पूरा किया गया है। सूत्रों ने बताया कि विभिन्न रेल जोन के अधिकारियों से कहा गया है कि एक महीने के अंदर अपनी बड़ी उपलब्धियों की सूची तैयार करें ताकि उन्हें ‘‘उपयुक्त तरीके’’ से दिखाया जा सके।
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प्रधानमंत्री 15 फरवरी को नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन से ट्रेन 18 या वंदे भारत को हरी झंडी दिखाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि रेलगाड़ी का निर्माण चेन्नई इंटीग्रल कोच फैक्टरी ने महज 18 महीने में पूरा किया था। भारत की पहली बिना इंजन वाली रेलगाड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस दिल्ली से वाराणसी के बीच चलेगी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री 19 फरवरी को रेलवे के पहले परिवर्तित लोकोमोटिव -- डीजल लोकोमोटिव को बदलकर इलेक्ट्रिक में किए जाने-- का उद्घाटन करेंगे।
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From India's longest tunnel to the longest rail-road bridge, watch the 10 mammoth projects delivered by the Modi Govt in less than 5 years.
— BJP (@BJP4India) February 7, 2019
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परिवर्तित किए जाने से लोकोमोटिव की क्षमता 2600 हॉर्सपावर से बढ़कर 5000 हॉर्सपावर हो गई है। परियोजना पर काम 22 दिसम्बर 2017 से शुरू हुआ था और नये लोकोमोटिव को 28 फरवरी 2018 को रवाना किया गया था। वाराणसी में इसे परिवर्तित किए जाने में 69 दिन लगे। रेलवे के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘लोकोमोटिव की शुरूआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वाराणसी में कर सकते हैं और यह लुधियाना तक की दूरी तय करेगा।’’
प्रधानमंत्री 27 फरवरी को तमिलनाडु में रामेश्वरम से धनुषकोडी के बीच ब्रॉड गेज रेल लाइन की आधारशिला रखेंगे। यह रेल लाइन 1964 में चक्रवात से तबाह हो गयी थी और तब से इस पर ध्यान नहीं दिया गया। दोनों बड़े तीर्थस्थल को जोड़ने वाली लाइन 208 करोड़ रुपये की लागत से बनेगी।
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