रेपो दर में कटौती से आर्थिक वृद्धि को मिलेगी गति: उद्योग जगत
उद्योग मंडल सीआईआई के अध्यक्ष राकेश भारती मित्तल ने कहा कि रिजर्व बैंक के इन कदमों से ‘‘उद्यमियों का उत्साह बढ़ेगा।’’ उन्होंने कहा कि कुछ समय से मुद्रास्फीति में नरमी को देखते नीतिगत दर में कटौती सही कदम है
नयी दिल्ली। उद्योग जगत ने नीतिगत ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती तथा रुख को बदलकर ‘तटस्थ’ करने का स्वागत किया और कहा कि इससे बैंक ब्याज दर में कमी करेंगे जिससे खपत और निवेश मांग बढ़ेगी तथा आर्थिक वृद्धि को गति मिलेगी। केंद्रीय बैंक ने बृहस्पतिवार को छठी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो दर 0.25 प्रतिशत कम कर 6.25 प्रतिशत कर दी। साथ ही मौद्रिक नीति के बारे में अपना दृष्टिकोण को भी ‘नपी-तुली कठोरता’ से नरम कर ‘तटस्थ’ कर दिया है।
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उद्योग मंडल सीआईआई के अध्यक्ष राकेश भारती मित्तल ने कहा कि रिजर्व बैंक के इन कदमों से ‘‘उद्यमियों का उत्साह बढ़ेगा।’’ उन्होंने कहा कि कुछ समय से मुद्रास्फीति में नरमी को देखते नीतिगत दर में कटौती सही कदम है और अब ‘‘ उम्मीद है कि बैंक ब्याज दर कम करेंगे। इससे खपत और निवेश मांग को गति मिलेगी।’’भारतीय वाणिज्य उद्योगमंडल महासंघ (फिक्की) ने उम्मी जाहिर की है कि आने वाले समय में रिजर्व बैंक नीतिगत दर में और कटौती कर सकता है। फिक्की ने निगत दर में और बड़ी कटौती की उम्मीद जतायी थी।
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RBI: Repo rate reduced by 25 basis points, now at 6.25 from 6.5 per cent pic.twitter.com/GQ1kaWOmL0
— ANI (@ANI) February 7, 2019
फिक्की के अध्यक्ष संदीप सोमानी ने कहा कि मौद्रिक नीति को राजकोषीय नीति का पूरक तथा आर्थिक वृद्धि की लहरों को मजबूत करने वाला होना चाहिए। फिक्की अध्यक्ष ने कहा है कि देश में आर्थिक गतिविधियां धीरे धीरे गति पकड़ रही हैं। उन्होंने कहा, ‘‘वैश्विक अर्थव्यवस्था में लगातार नरमी बनी हुई है। ऐसी स्थिति में खपत और निवेश मांग के जरिये देश की घरेलू अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिये सभी उपायों का उपयोग किया जाना चाहिए।’’
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