रिपोर्ट में कहा गया है कि बेहतर कर संग्रह के कारण 2022-23 में राजकोषीय घाटा 6.4 प्रतिशत के लक्ष्य के भीतर रह सकता है

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लेकिन कर राजस्व में उछाल और इसके अनुमान से बेहतर रहने, वर्तमान मूल्य पर जीडीपी में उच्च वृद्धि और राज्यों को पूंजीगत व्यय के मामले में कम कर्ज राजकोषीय लक्ष्यों को हासिल करने में मददगार होंगे।

केंद्र बेहतर कर संग्रह के दम पर घाटे को बजट लक्ष्य के अनुसार 6.4 प्रतिशत पर कायम रखने के साथ प्रमुख राजकोषीय लक्ष्यों को हासिल कर सकता है। बैंक ऑफ अमेरिका सिक्योरिटीज ने शुक्रवार को कहा कि बजट में तय राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को हासिल करने में उच्च सब्सिडी, विनिवेश से कम राशि की प्राप्ति, पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में कटौती जैसे जोखिम हैं। लेकिन कर राजस्व में उछाल और इसके अनुमान से बेहतर रहने, वर्तमान मूल्य पर जीडीपी में उच्च वृद्धि और राज्यों को पूंजीगत व्यय के मामले में कम कर्ज राजकोषीय लक्ष्यों को हासिल करने में मददगार होंगे।

ब्रोकरेज कंपनी ने कहा कि इसको देखते हुए सरकार के वित्त वर्ष 2022-23 में राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 6.4 प्रतिशत पर रखने के लक्ष्य को हासिल करने की उम्मीद है। यूक्रेन युद्ध शुरू होने के साथ वैश्विक जिंसों खासकर खाद्य, ईंधन और उर्वरकों के दाम पर दबाव पड़ा। सब्सिडी बिल के और बढ़ने का जोखिम भी बढ़ा है रिपोर्ट के अनुसार, हालांकि पूंजीगत व्यय के मोर्चे पर राज्यों को उम्मीद से कम कर्ज बजट अनुमान के स्तर से कुछ बचत की उम्मीद है।

प्राप्ति के बारे में रिपोर्ट में कहा गया है कि पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में कटौती तथा विनिवेश से कम प्राप्ति से राजकोष के मोर्चे पर स्थिति थोड़ी कमजोर हुई। हालांकि, सरकार ने सितंबर तक उधारी के लक्ष्य का 37.3 प्रतिशत हिस्सा ही उपयोग किया है। इसको देखते हुए आंकड़ा लक्ष्य के अनुरूप रहेगा। ब्रोकरेज कंपनी के अनुसार, शुद्ध रूप से कर राजस्व बजटीय अनुमान से 1,15,000 करोड़ रुपये अधिक रहने का अनुमान है जबकि गैर-कर राजस्व 20,000 करोड़ रुपये कम रह सकता है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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