कर्नाटक में सरकार को लेकर अनिश्चितता से सेंसेक्स टूटा

RIL, ICICI Bank, HDFC twin drag Sensex 156 pts; Midcap index outperforms, HUL top gainer
[email protected] । May 16 2018 6:27PM

कर्नाटक में सरकार गठन को लेकर अनिश्चितता के बीच शेयर बाजारों में आज लगातार दूसरे दिन गिरावट आई। इसके अलावा कोरियाई प्रायद्वीप में भी तनाव बढ़ने से बाजार की धारणा प्रभावित हुई।

मुंबई। कर्नाटक में सरकार गठन को लेकर अनिश्चितता के बीच शेयर बाजारों में आज लगातार दूसरे दिन गिरावट आई। इसके अलावा कोरियाई प्रायद्वीप में भी तनाव बढ़ने से बाजार की धारणा प्रभावित हुई। पंजाब नेशनल बैंक मार्च तिमाही का शुद्ध घाटा रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बीच बैंकिंग शेयरों में गिरावट का रुख रहा। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 156.06 अंक टूटकर 35,387.88 अंक पर आ गया। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 60.75 अंक के नुकसान से 10,741.10 अंक पर आ गया।

कर्नाटक में सरकार बनाने को लेकर जद-एस और कांग्रेस संयुक्त रूप से प्रयास कर रही हैं। वहीं भाजपा ने भी सरकार बनाने के लिए पूरा जोर लगाया हुआ है। इसके अलावा विदेशी निवेशकों की बिकवाली से भी बाजार दबाव में रहा। वॉल स्ट्रीट में मंगलवार को आई गिरावट के बाद आज अन्य एशियाई बाजारों में भी कमजोरी का रुख था। उत्तर कोरिया द्वारा दक्षिण कोरिया के साथ बातचीत रोकने के बाद कोरियाई प्रायद्वीप में भू राजनीतिक तनाव बढ़ा है। 

बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 35,452.35 अंक पर कमजोरी के रुख के साथ खुला और अंत में 156.06 अंक या 0.44 प्रतिशत के नुकसान से 35,387.88 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 35,241.63 से 35,543.89 अंक के दायरे में रहा। मंगलवार को कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 400 से अधिक अंक चढ़ गया था। भाजपा के कर्नाटक विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरने से बाजार में तेजी आई थी। लेकिन बाद में कांग्रेस द्वारा जद (एस) को सरकार बनाने के लिए समर्थन की घोषणा के बाद बाजार नीचे आ गया।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी कारोबार के दौरान नकारात्मक दायरे में रहने के बाद अंत में 60.75 अंक या 0.56 प्रतिशत के नुकसान से 10,741.10 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 10,699.70 से 10,790.45 अंक के दायरे में रहा। वृहद मोर्चे पर व्यापार घाटा अप्रैल में बढ़कर 13.7 अरब डॉलर हो गया, जिससे बाजार प्रभावित हुआ। शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने मंगलवार को 518.47 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 531.33 करोड़ रुपये की लिवाली की। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ''कर्नाटक में सरकार गठन को लेकर अनिश्चितता और उम्मीद से कमजोर तिमाही नतीजों से बाजार की दिशा को लेकर चिंता पैदा हुई है। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और रुपये में मजबूती से हालांकि, बाजार की नुकसान कुछ कम हुआ।

सेंसेक्स की कंपनियों में आईसीआईसीआई बैंक का शेयर 3.28 प्रतिशत टूट गया। रिलायंस इंडस्ट्रीज में 2.34 प्रतिशत, एसबीआई में 2.19 प्रतिशत, हीरो मोटोकार्प 2.10 प्रतिशत, अडाणी पोर्ट्स 1.25 प्रतिशत, एचडीएफसी लि. 1.02 प्रतिशत, भारती एयरटेल 1.01 प्रतिशत, ओएनजीसी 0.90 प्रतिशत, एलएंडटी 0.82 प्रतिशत, एचडीएफसी बैंक 0.72 प्रतिशत, बजाज आटो 0.51 प्रतिशत तथा एक्सिस बैंक 0.35 प्रतिशत नीचे आया। पंजाब नेशनल बैंक का शेयर 12.15 प्रतिशत टूट गया। बैंक को मार्च तिमाही में 13,416.91 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। हालांकि, उत्साहवर्धक नतीजों से हिंदुस्तान यूनिलीवर का शेयर 3.84 प्रतिशत चढ़ गया। आईटीसी के शेयर में 1.47 प्रतिशत का लाभ रहा। विप्रो, यस बैंक, एशियन पेंट्स और सनफार्मा के शेयर भी बढ़त में रहे। मिडकैप में 0.27 प्रतिशत की गिरावट आई, स्मॉलकैप 0.06 प्रतिशत चढ़ गया। 

एशियाई बाजारों में जापान का निक्की 0.44 प्रतिशत नीचे आया। शंघाई कम्पोजिट 0.71 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसेंग 0.13 प्रतिशत तथा सिंगापुर 0.20 प्रतिशत टूटा। यूरोपीय बाजारों में शुरूआती कारोबार में मिलाजुला रुख था।

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