स्टार्टअप संस्थापक मूल्यांकन पर नहीं, मूल्यों पर ध्यान देंः ओयो संस्थापक

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अग्रवाल ने स्टार्टअप इंडिया की तरफ से पोस्ट किए गए अपने वीडियो संदेश को रिट्वीट करते हुए कहा, ‘‘भारतीय उद्यमियों के दुनियाभर में धमाल मचाने को लेकर मैं काफी आशावान हूं। संस्थापकों को याद रखना चाहिए कि मूल्यांकन अस्थायी है, मूल्य हमेशा रहते हैं। अच्छा काम करने के साथ जमीनी सचाई से रूबरू रहें।’’

नयी दिल्ली| यात्रा एवं आतिथ्य सेवा मंच ओयो के संस्थापक एवं समूह मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रितेश अग्रवाल ने सोमवार को कहा कि स्टार्टअप कंपनियों के संस्थापकों को हमेशा यह ध्यान रखना चाहिए कि मूल्यांकन अस्थायी चीज है जबकि ‘मूल्य’ हमेशा के लिए होते हैं।

अग्रवाल ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर अपने एक संदेश में कहा कि देश के भीतर यूनिकॉर्न का आंकड़ा 100 के पार पहुंच जाना महज एक उपलब्धि न होकर अगले 1,000 यूनिकॉर्न के लिए राह बनाने वाला कदम है। पिछले सप्ताह ही देश में यूनिकॉर्न का आंकड़ा 100 पर पहुंचा है। एक अरब डॉलर से अधिक मूल्यांकन वाली स्टार्टअप कंपनियों को यूनिकॉर्न कहा जाता है।

अग्रवाल ने स्टार्टअप इंडिया की तरफ से पोस्ट किए गए अपने वीडियो संदेश को रिट्वीट करते हुए कहा, ‘‘भारतीय उद्यमियों के दुनियाभर में धमाल मचाने को लेकर मैं काफी आशावान हूं। संस्थापकों को याद रखना चाहिए कि मूल्यांकन अस्थायी है, मूल्य हमेशा रहते हैं। अच्छा काम करने के साथ जमीनी सचाई से रूबरू रहें।’’

उन्होंने कहा कि इस समय भारत यूनिकॉर्न को जोड़ने में बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत को दुनिया में सबसे बड़ा उद्यमी पारिस्थितिकी वाला देश बनाने की दिशा में हम तेजी से बढ़ रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि आने वाले समय में भारत में यूनिकॉर्न की संख्या 100 नहीं बल्कि 1,000 होगी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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