शेयर बाजार में जोरदार गिरावट, सेंसेक्स ने लगाया 509 अंक का गोत

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[email protected] । Sep 11 2018 6:02PM

शेयर बाजारों के लिये मंगलवार का दिन अमंगल रहा और देश के दोनों प्रमुख शेयर सूचकांकों में जोरदार गिरावट आयी। धातु, रोजमर्रा के उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों, वाहन तथा वित्तीय कंपनियों के शेयरों में

मुंबई। शेयर बाजारों के लिये मंगलवार का दिन अमंगल रहा और देश के दोनों प्रमुख शेयर सूचकांकों में जोरदार गिरावट आयी। धातु, रोजमर्रा के उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों, वाहन तथा वित्तीय कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 509 अंक का गोता लगाकर करीब एक महीने के निम्न स्तर 37,413.13 अंक पर बंद हुआ। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में कारोबार के दौरान डालर के मुकाबले रुपये के रिकार्ड न्यूनतम स्तर 72.73 के स्तर पर पहुंचने के साथ तीस शेयरों वाला सूचकांक लगभग एक प्रतिशत से अधिक लुढ़क गया। शेयर बाजारों में अच्छी शुरूआत हुई लेकिन एशियाई कारोबार में कच्चे तेल के दाम चढ़ने से यह तेजी बरकरार नहीं रह पायी। बीएसई सेंसेक्स 509.04 अंक या 1.34 प्रतिशत की गिरावट के साथ 37,413.13 अंक पर बंद हुआ। यह दो अगस्त के बाद शेयर का न्यूनतम स्तर है। उस समय यह 37,165.16 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स कल 467.65 अंक टूटा था। पचास शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 150.60 अंक या 1.32 प्रतिशत की गिरावट के साथ 11,300 अंक के नीचे 11,287.50 अंक पर आ गया। कारोबार के दौरान यह 11,479.40 से 11,274 अंक के दायरे में रहा। कारोबारियों के अनुसार कच्चे तेल के दाम में तेजी, रुपये के न्यूनतम स्तर पर पहुंचने और व्यापार घाटा बढ़ने के अलावा नकारात्मक वैश्विक संकेत के कसाण घरेलू शेयर बाजारों में धारणा प्रभावित हुई। अमेरिका द्वारा ईरान के पेट्रोलियम उद्योग पर पाबंदी लगाने की आशंका के बीच एशियाई कारोबार में अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 1.32 प्रतिशत बढ़कर 78.52 डालर प्रति बैरल पर पहुंच गया। 

निवेशक अमेरिका तथा चीन के बीच व्यापार युद्ध को लेकर चिंता को लेकर भी सतर्क हैं। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘व्यापार शुल्क लगाने की चेतावनी, विदेशी पूंजी की निकासी और वृहत आर्थिक स्थिति को लेकर चिंता से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई।’’ इसके अलावा अमरिका में इस महीने फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर बढ़ाने की आशंका का भी बाजार पर असर पड़ रहा है। इससे डालर और मजबूत हो सकता है।

सेंसेक्स के शेयरों में टाटा स्टील में सर्वाधिक 3.46 प्रतिशत की गिरावट आयी। उसके बाद पावर ग्रिड का स्थान रहा जो 3.21 प्रतिशत मजबूत हुआ। कमजोर बाजार धारणा से रोजमर्रा के उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों के शेयरों पर असर पड़ा। आईटीसी 2.92 प्रतिशत जबकि हिंदुस्तान यूनिलीवर 1.19 प्रतिशत नीचे आये। यात्री वाहनों की बिक्री में लगातार दूसरे महीने 2.46 प्रतिशत की कमी के कारण उनके शेयरों में भी गिरावट दर्ज की गयी। हीरो मोटो कार्प तथा टाटा मोटर्स 3 प्रतिशत से अधिक नीचे आये। वहीं मारुति 1.56 प्रतिशत तथा बजाज आटो में 1.24 प्रतिशत की गिरावट आयी।

एचडीएफसी बैंक में 2 प्रतिशत तथा एचडीएफसी में 0.68 प्रतिशत की गिरावट आयी। जिन अन्य प्रमुख शेयरों में गिरावट दर्ज की गयी, उसमें भारती एयरटेल, यस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, अडाणी पोट्र्स, कोटक बैंक, टीसीएस, वेदांता लि., आरआईएल, सन फार्मा, एसबीआई, एल एंड टी, ओएनजीसी, विप्रो, इंडसइंड बैंक तथा एक्सिस बैंक में 3 प्रतिशत तक की गिरावट आयी।

वहीं दूसरी तरफ कोल इंडिया, एनटीपीसी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, इन्फोसिस तथा एशियन पेंट में तेजी रही।

वैश्विक स्तर पर हांगकांग का हैंगसेंग 0.71 प्रतिशत, चीन का शंघाई कंपोजिट सूचकांक 0.18 प्रतिशत तथा सिंगापुर 0.35 प्रतिशत नीचे आये। हालांकि जापान का निक्केई 1.30 प्रतिशत मजबूत हुआ।

यूरो क्षेत्र में शुरूआती कारोबार में फ्रैंकफर्ट का डीएएक्स 0.53 प्रतिशत तथा पेरिस 0.19 प्रतिशत नीचे चल रहा था। लंदन का एफटीएसई भी 0.57 प्रतिशत नीचे था। 

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