ट्राई के समान स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क के प्रस्ताव का समर्थन
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सीओआईए ने ट्राई के समान स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क के प्रस्ताव का समर्थन किया है। संगठन का कहना है कि इस संबंध में स्पष्ट समयसीमा तय करनी चाहिए।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सीओआईए ने ट्राई के समान स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क के प्रस्ताव का समर्थन किया है। संगठन का कहना है कि सरकार को ट्राई के समान स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क के सुझाव पर अमल करना चाहिए या अगर अंतरिम भारांश वाले औसत फार्मूले को अपनाने का फैसला करती है तो उसे इस संबंध में स्पष्ट समयसीमा तय करनी चाहिए।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के समान स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क की राय पर कायम रहने का स्वागत करते हुए सीओएआई के महानिदेशक राजन एस मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि इसे ट्राई द्वारा पहले सुझाए गए एक प्रतिशत समान शुल्क की ओर बढ़ना चाहिए।’’ नियम शर्तों के कारण नियामक की सीमाओं के बारे में मैथ्यूज ने कहा, ‘‘मंत्रिमंडल और दूरसंचार आयोग के सामने ऐसी कोई विवशता नहीं है इसलिए उन्हें उस ओर बढ़ना चाहिए जिसे ट्राई उचित स्पेक्ट्रम शुल्क प्रणाली के तौर पर देखता है और जो समान स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क प्रणाली है न कि आनुपातिक औसत प्रणाली।’’
उन्होंने कहा कि यदि मंत्रिमंडल अंतरिम आनुपातिक औसत प्रणाली अपनाता है तो इसे नोटिस आमंत्रण आवेदन में स्पष्ट करना चाहिए कि वह दूरसंचार नियामक द्वारा सिफारिश की गई समान स्पेक्ट्रम उपयोग दर की ओर कब बढ़ना चाहता है। ट्राई मोबाइल परिचालकों से समान स्पेक्ट्रम शुल्क वसूलने के सुझाव पर कायम रहा क्योंकि नियामक का मानना है कि सरकार द्वारा उपयोग की जा रही स्पेक्ट्रम उपयोग के लिए शुल्क संग्रह की मौजूदा प्रणाली में खामियां हैं।
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